Wazu ke Faraiz को पूरा करने से वजू हो जाता है लेकिन ज्यादा सवाब लेना चाहते है तो तमाम Wazu ki Sunnat की अरकान पुरे करने पर मिलता है।
यहाँ पर सिर्फ वजू में जितने भी सुन्नत होते है जिसको अच्छी तरह से करने पर आपके वजू अच्छा माना जाता है उसी का तरीका बताने वाला हूँ।
नमाज़ की तरह वजू में भी फ़र्ज़, सुन्नत के साथ Wazu ke Mustahab और मकरूह होते है जिसका अलग अलग मतलब होता है।
फ़र्ज़ और मुस्तहब का मतलब क्या होता है आप सभी ने पहले की सीख चुके है अगर इस वेबसाइट हमेशा आते रहते है तो लेकिन सुन्नत का मतलब क्या है यहाँ पर सिखने को मिलने वाला है।
दोस्तों आप से रिक्वेस्ट है की इस पोस्ट में शुरू से आखिर तक जरुर पढ़े जिससे आपको अच्छी तरह से समझ में आ सके।
सुन्नत किसे कहते है?
मोहम्मद रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम का कॉल (जो आपने कहा) आपका फेल (जो आपने किया) और आपकी तकरीर जो देखा लोगो को करते हुए और आप खामोश रहे और आप सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम का अखलाक, आदाब आपकी सीरत ये तमाम चीज़े मिला कर सुन्नते रसूल कहलाती है।
जब हम लोग आमतौर पर कहते है सुन्नत तो इसका मतलब होता है “तरीका” लेकिन इसको कहेंगे रसूल सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम का तरीका।
Wazu ki Sunnat Kitni Hai
दोस्तों वजू की सुन्नत किसे कहते है यह सिखने के बाद अब जानते है की Wazu ki Sunnatain Kitni Hai जिसको हम सीख कर वजू सही ढंग से करेंगे तो ज्यादा सवाब मिलेगा।
वजू की 14 सुन्नते होते है जिसके सभी अरकान को सही सही करने पर बहुत ज्यादा सवाब मिलता है।
- नीयत करना यानि अल्लाह तआला का हुक्म मानने की नीयत से वुज़ू करना।
- बिस्मिल्लाह से वुज़ू शुरू करना।
- दोनों हाथों को गट्टों तक तीन-तीन बार धोना, पहले दायाँ और फिर बायाँ हाथ धोना।
- दाँतों में मिस्वाक करना। (कम से कम तीन बार दाहिने बायें ऊपर नीचे के दाँतों पर)
- तिन बार कुल्ली करना इस तरह की पानी तमाम मुंह के अन्दर हलक की जड़ तक पहुँच जाए।
- दाहिने हाथ से तीन बार नाक की तमाम नर्म जगहों में पानी चढ़ाना।
- दाढ़ी का ख़िलाल करना। यानि उँगलियों को गले की तरफ़ से दाढ़ी में डाल कर ऐसे फेरना जैसे कंघा करते हैं।
- हाथ पाँव की उंगलियों का ख़िलाल करना।
- वुज़ू में धुलने वाले हर हिस्से को तीन बार धोना।
- पूरे सिर का मसह करना।
- दोनों कानों का मसह करना।
- तरतीब से वुज़ू करना। यानि जिस तरह से पहले दोनों हाथो को धोना है और आखिर में पैर धोना है इसी नंबर में धोना।
- दाढ़ी के जो बाल मुँह के दायरे से बाहर हैं उनका मसह करना।
- वुज़ू में धुलने वाले हिस्सों को पै दर पै धोना यानि एक हिस्से के सूखने से पहले दूसरे हिस्से को धोना।
ये चौदह वजू के अरकान सुन्नत है लेकिन Wazu ka karne ka Tarika नहीं आता है तो सबसे पहले आप सभी को तरीका और Wazu ki Dua सीखना चाहिए।
इसी वेबसाइट पर अच्छी तरह से वजू के सभी मसाइल बता दिया गया है जिससे वजू और गुस्ल के मुताल्लिक जितने भी सवाल है सभी का जवाब दिया गया है।
दोस्तों उम्मीद है की आप सभी को Wazu ki Sunnat वाली पोस्ट अच्छे से समझ में आ गया है जिसमे सिखने को मिला की वजू में 14 सुन्नत होते है जिसको अच्छी तरह से सभी अरकान को पूरा करने पर बहुत ज्यादा सवाब मिलता है।
इस पोस्ट में कुछ ऐसा टॉपिक जो आपको समझ में नहीं आया होगा या कुछ और टॉपिक होना चाहिए जिससे लोगो को मदद हो सकता है इसको समझने में तो निचे कमेंट करके जरुर बताए।
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