अगर Wazu ka Tarika मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम की सुन्नत से सीखना चाहते है तो आप सही जगह पर आये है क्युकी इस पोस्ट में Wazu karne ka Tarika और इसके मुताल्लिक बहुत सारे सवाल का जवाब चर्चा होने वाला है।
Wazu Meaning in Hindi
यह इस्लाम धर्म का एक रिवाज है जो नमाज़ पढ़ने से पहले किया जाता है
Wazu karne ke Fayde और फ़ज़ीलत सीखे
Wazu ka Tarika सिखने से पहले Wazu karne ke Fayde जान लेते है जिसके बाद इस पोस्ट को पढ़ने में ज्यादा दिलचस्पी हो जाएगी।
हुज़ूर अक़दस सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम इरशाद फ़रमाते हैं कि “क़यामत के दिन मेरी उम्मत इस हालत में बुलाई जायेगी कि मुँह, हाथ और पैर, वुज़ू की वजह से चमकते होंगे तो जिससे हो सके चमक ज़्यादा करे।” (सही बुख़ारी)
- वजू करने वाला बहुत साड़ी बीमारियों से दूर रहते हैं
- चेहरे पर नूर आ जाता है
- शैतान और जिन्नातों से हिफाजत होता है
- वुज़ू जिस्म से बैक्टीरिया को हटा देता है
- वुज़ू ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है
- वुज़ू के दौरान हाथ धोने से आपके हाथों से सभी कीटाणु धुल जायेंगे और कुल्ली करने से मुंह से खाद्य कणों और बैक्टीरिया निकल जायेंगे
इसके अलावा बहुत सारी वजू की फ़ज़ीलत और फायदे है जिसको यहाँ पर discuss करना सही नहीं है क्युकी ये सिर्फ स्पेशल Wazu ka Tarika सिखाने के लिए बनाया गया है।
Wuzu ke Faraiz Kitne Hote Hai
जिस तरह से इस्लामिक धर्म में बहुत ऐसे इबादत मिले है जिसको करके सवाब लेते है और कुछ अमल फ़र्ज़ होते है यानि उसको करना बेहद जरुरी होता है और नहीं करने पर गुनाह होता है जैसे:- नमाज़, रोज़ा, हज, ज़कात वगैरह।
इसी तरह हर अमल के बहुत सारे अरकान होते है जैसे फ़र्ज़, सुन्नत, मुस्तहब और मकरूह वगैरह जिसमे करने और न करने की हिकमत होती है. जिसमे फ़र्ज़ को पूरा करना सदिद जरुरी होता है।
उसी तरह Wazu ke Faraiz होते है जिसको करना नहायत जरुरी होता है जिसमे 4 फारएज होते है:
- पूरा चेहरा धोना
- दोनों हाथ कोहनियों समेत धोना
- सर का मसह करना
- दोनों पैरो को तखनो समेत धोना
इस चारो को वजू करते वक़्त सही दंग से करना होता है अगर इसमें से एक ही फ़र्ज़ पूरा नहीं होने पर वजू दुरुस्त नहीं होगा।
Wazu karne ka Sunnat Tarika kya hai
दोस्तों अब यहाँ से चलिए सीखते है मुकम्मल मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम का Wazu ka Sunnat Tarika क्या था जिससे इस सुन्नत पर अमल करके ज्यादा से ज्यादा सवाब पा सकते है।
यह पोस्ट बहुत सारे शख्स ऐसी भी होंगे तो जो पहले वजू करते थे लेकिन नमाज़ छोड़ देने की वजह से वह लोग भूल गए होंगे उनके लिए ये बहुत असान होगा।
एक और बात को समझ जरुरी है की मर्द और औरत के लिए Wazu ka Tarika एक ही होता है लेकिन कुछ जगह पर Wazu ka Tarika for Ladies अलग होते है जिसका तरीका पिछले पोस्ट में बताया गया है।
ऊपर आप सभी ने सीख लिया है की वजू क्यों और कब करते है मतलब वजू करना ही क्यों होता है तो आप सभी को मालूम ही है की नमाज़ पढ़ने के लिए वुजू करते है लेकिन इसके अलावा और भी अमल है जिसको करने के लिए वुजू जरुरी है।
Wazu ki Niyat
जिस तरह से कोई भी इबादत करने से पहले उस इबादत की नियत करना जरुरी होता है उसी तरह वजू करने से पहले Wazu ki Niyat करना जरुरी है।
नियत से मालूम होता है की हम कौन सा काम करने जा रहे है इसी लिए इस्लाम में आप का हर कम नियत पर टिका होता है और अल्लाह सुबान व ता’अला सबसे पहले नियत देखता है।
नियत दिल की इबादत का नाम है जुबान से करना मकरूह है वजू करने से पहले सिर्फ दिल में इरादा कर ले की हम वुजू करने जा रहे है फिर “बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम” पढ़े।
मिस्वाक करे
अगर कोई शख्स सो कर उठने के बाद सिखा वजू करने जा रहा है तो उसको चाहिए की सबसे पहले मिस्वाक करे या खाना खाने से बाद कुछ दांत या मुंह में फस गया है तो भी मिस्वाक करे।
मिस्वाक करने का तरीका ये है की कम से कम तिन मर्तबा ऊपर निचे के दाँतो की चौड़ाई में मिस्वाक (दाँतुन) करे इस तरह की पहले दाहिनी तरफ के ऊपर के दाँत मांजे फिर बायें तरफ के ऊपर के दाँत फिर दाहिनी तरफ के निचे के दाँत फिर बायें तरफ के निचे के दाँत माँजे।
दोनों हाथ गट्टों तक धोना
अगर कोई शख्स को मिस्वाक की जरुरत नहीं है तो उसको चाहिए की नियत और बिस्मिल्लाह पढने के बाद सीधे दोनों हाथों को धोने लगे और यहाँ से Wazu karne ka Tarika शुरू होता है।
हाथ धोने का तरीका ये है की दोनों हाथो पर गुटटो समेत पानी मेल और उँगलियों में खिलाल करे फिर बाएं हाथ में लोटा (कोई भी वस्तु जिससे से पानी बहाए) लेकर दायें हाथ पर उँगलियों की तरफ से शुरू करके गुटटो तक तिन बार पानी बहाए।
इसके बाद लोटे को दाहिने हाथ में लेकर बाएं हाथ पर तिन बार पानी उसी तरह पानी बहाए और इसका ख्याल रहे की उंगलियों की घाईया पानी बहे से न रह जाएँ।
अगर हौज (वज़ुखाना, नल, पाइप से गिरता हुआ पानी) से वुजू करता हो तो गटटो तक हाथों के मलने के बाद हौज़ में पहले दाहिना हाथ डालकर तिन बार हिलाए और फिर बायाँ हाथ डालकर तिन बार हिलाए।
तिन बार कुल्ली करना
तिन बार कुल्ली इस तरह करे की मुंह के तमाम हिस्से और दाँतो की तमाम खिड़कियों में पानी पहुँच जाये की वुजू में इस तरह कुल्ली करना सुन्नते मुआक्किदह है और घुसल में फ़र्ज़ है. अगर रोजहदार न हो तो हर कुल्ली गरगराह के साथ करे।
नाक में पानी डालना
दोस्तों नाक में पानी तिन बार डाले फिर बायें हाथ की छूंगुलिया नाक में डालकर उसे साफ करे और साँस की मदद से तिन बार दाहिने हाथ से नर्म बांसों तक पानी चढ़ाए ताकि कोई बाल धुलने से बाकी ना रहे।
नाक में बाएं (उल्टा) हाथ की सबसे छोटी उंगली(छुँगली) से अंदर की तरफ घुमाये ताकि आपके नाक की सारी गंदगी साफ हो जाए और सारा हिस्सा भीग जाए।
चेहरा धोना सीखे
चेहरे पर अच्छी तरह पानी मलकर इस को तिन बार इस तरह धोए की एक कान की लौ से दुसरे कान की लौ तक और पेशानी के ऊपर कुछ सर के हिस्से से लेकर थोड़ी के निचे तक हर हिस्से पर पानी बह जाए।
अब दाड़ी के बाल व खाल को धोये हाँ अगर दाडी के जो बाल घने हों तो खाल का धोना फ़र्ज़ नहीं मुस्तहब है और दारी का खिलाल करे इस तरह से उँगलियों को गर्दन की तरफ से दाखिल करे और सामने निकाले।
हाथों को कोहनी तक धोना
Wazu banane ka Tarika में सबसे ध्यान देनी वाली बात कोहनियों को धोते समय देना चाहिए क्युकी बाज़ लोग जल्दी की वजह से कोहिनियों की पीछे का हिस्सा धोने के लिए भूल जाते है।
दोनों हाथो पर कुहनियो समेत पानी मलकर पहले दाहिने हाथ पर फिर बाये हाथ पर सरे नाख़ून से शुरू करके कुहनियों के ऊपर तक बाल और हर हर हिस्से खाल पर तिन बार पानी बहाए।
सर का मसह करना
Wazu Banane ka Sahi Tarika में सर का मसस करना सबसे जरुरी हो जाता है क्युकी हमारे समाज में मसह करने के मुताल्लिक गलत्फेमिया फ़ैल चुकी है जो गलत है लेकिन हम लोग सही सुन्नत समझ रहे है।
“सिर का मसह इस तरह करे की दोनों हाथो के अंगूठे और कलिमे की उँगलियाँ छोड़ कर बाकी तिन तिन उँगलियों के सिरे मिलाकर पेशानी के बाल उगने की जगह पर रखे और सिर के उपरी हिस्से पर गुटतों तक उँगलियों के पेट से मसह करता हुआ ले जाए और हथेलियाँ सर से जुदा रहे.”
ये तरीका बिलकुल गलत है क्युकी आप लोग खुद ही सोचो ये आमलोग के लिए बहुत टेक्निकल हो जाता है और वैसी भी ये तरीका किसी भी हदीस से साबित नहीं है।
अब जानते है जो हदीसो में आया है जो मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम किया करते और दुसरे को भी सिखाया करते वह तरीका ये है की सबसे पहले दोनों हाथो में चुल्ली भर पानी ले कर जहाँ से बाल शुरू होता है वहां से और पीछे जहाँ पर बाल खत्म होता है यानि गर्दन तक मसह करे।
फिर पीछे गर्दन से दोनों हाथो की हथेलियों को आगे पेशानी की तरफ जहाँ पर बाल खत्म हो जाते है वहां तक लाये और यही Vaju ka Tarika है।
बस फिर इसके बाद कलिमा की उँगलियों के पेट से कान के अंदरूनि हिस्से का मसह करे और अंगूठे के पेट से कान के बाहरी हिस्से का मसह करे और उँगलियों की पीठ से गर्दन का मसह करे।
टखनों तक पैर धोना
पाँव पर टखनो समेत पानी मले और पहले दाहिना पाँव फिर बाये पाँव पर उँगलियों की तरफ से टखनों के ऊपर तक हर बाल और हिस्सए खाल पर तिन तिन बार पानी बहाये।
और Wazu ka Tarika in Hindi यही है की उँगलियों में खिलाल बांये हाथ की छंगुलियासे इस तरह करे की दाहिने पाँव की छंगुलिया से शुरू करके अंगूठे पर खत्म करे और बायें पाँव में अंगूठे से शुरू करके छंगुलिया पर खत्म करे।
इस तरह से Wazu karne ka Sunnat Tarika मुकम्मल हुआ इसके बाद असमान में देखते हुए कलमा सहादत पढ़े यानि दूसरा कलमा फिर Wazu ki Dua पढ़े।
Wazu ke Baad ki Dua
दोस्तों वजू खत्म होने के बाद Wazu ki Dua पढ़ा जाता है जो की बहुत महत्वपूर्ण है और इसका सवाब बहुत ज्यादा है जो पढ़ने के लिए आप सभी को 10 सेकंड्स भी नहीं लगेंगे।
Wazu ki Dua in Arabic
اَللّٰھُمَّ اجۡعَلۡنیۡ مِنَ التَّوَّابِیۡنَ وَاجۡعَلۡنِیۡ مِنَ الۡمُتَطَہِّرِیۡنَ
wazu ke baad ki dua in roman english
Allahummaj ‘alni minat-tawwabinawaj’alni minal-mutatahhirin.
Wazu ke Baad ki Dua in Hindi
अल्लाहुम्मज अलनी मिनत तव्वाबीन वज अलनी मीनल मुततातह्हिरिन
Wazu ki Dua ka Tarjuma
ऐ अल्लाह तू मुझे तौबा करने वालों और पाक लोगों में कर दे।
Wazu ki Sunnat kya hai
दोस्तों ऊपर बताया गया है की हर इबादत और अमल के लिए अलग अलग अरकान होते है जिसमे फ़र्ज़ के अरकान को बता दिया गया है उसी तरह अब Wazu ki Sunnat जानते है की वजू में कितने होते है।
पहले ये समझे की वजू की सुन्नत क्या है इसका मतलब ये है की इस सुन्नत को वजू करते वक़्त धयान से करते है तो वजू करने वाले को अल्लाह ता’अला की तरह से बहुत ज्यादा सवाब मिलता है।
और जिसके करने से वजू कबूल और दुरुस्त होती है Wazu ki 14 Sunnat होती है जिसको अच्छी तरह से समझना हर एक मुस्लमान पर फ़र्ज़ है।
Wazu ke Mustahab Kitne Hote Hai
मुस्तहब उसे कहते है जिसको करने से बहुत सवाब मिलता है जिस तरह से नमाज़ के मुस्तहब को पूरा करने से नमाज़ दुरुस्त और मुकम्मल होती है उसी तरह Wazu ke Mustahab को पूरा करने से वजू मुकम्मल होती है।
इसी तरह वजू में 29 से भी ज्यादा मुस्तहब होते है जिसके लिए यहाँ बताने पर ज्यादा बड़ा पोस्ट हो जायेगा इसी लिए एक अलग पूरी जानकारी के साथ बनाया गया है जिसको इसी वेबसाइट पर पढ़ सकते है।
Wazu ke Makruhat क्या है और कितने होते है
मकरूह चीज़ें वह होती हैं जो शरीयत में नापसंद हैं जिनसे सवाब में कमी आ जाती है और कुछ जगहों पर तो इबादत इसकी वजह से नाक़िस या अधूरी रह जाती है और इनका करने वाला गुनाहगार हो जाता है इनका बहुत ध्यान रखना चाहिए।
इसीलिए वजू करते समय Wazu ke Makruhat पर बहुत ज्यादा धयान देना चाहिए जिससे वजू के 22 मकरूह चीज़ से बचा जा सकता है।
गूगल पर बहुत सारे लोग वेबसाइट बनाकर Wazu ka Tarika बता रहे है लेकिन हर एक अमल के लिए अलग से पूरी जानकारी से बता रहे है।
इसीलिए हमारी कोशिश रहती है की इस्लामिक जानकारी एक पोस्ट में ना देकर अलग अलग टॉपिक पर अलग अलग पोस्ट लिखता हूँ जिससे बहुत लोगो को फायदा होता है।
Wazu kin Cheezo se Toot Jata Hai
दोस्तों Wazu tootne ki wajah जानना बहुत जरुरी होता है क्युकी बिना इसके जाने आप कैसे मालूम कर सकते है की आप जो Wazu karne ka Tarika सिखा है उसे करने के बाद कब तक और कितने वक़्त तक दुरुस्त रहती है।
वैसे बहुत सारे लोग गूगल पर Wazu Tutne ki 8 Wajah सर्च करते रहते है लेकिन ये कोई फिक्स नंबर नहीं है की 8 वजह ही तोड़ने वाली है।
वजू तोड़ने वाली चीज़े बहुत सारे हो सकते है लेकिन 8 वजह सबसे और समान्य है लेकिन इसके अलावा बहुत सारे वजह हो सकती है।
- पेशाब या पखाना करना करने से
- खून व पीप बह जाने से
- मुंह से कुछ खून या पीप निकलना
- ग़फ़लत की नींद सो जाना
- ज़ोर से हँसने से
- आँख से कीचल निकलने से
- रियाह यानि हवा निकलने से
- मनी निकलने से
- मुँह भर के उल्टी आने से वुजू़ टूट जाता है
- पागल हो जाने पर
- बेहोशी से चाहे बीमारी से हो या नशे से
इन सभी वजह से भी ज्यादा वजह है जिनसे वजू टूट सकती है जिसको इस वेबसाइट पर पढ़कर सीख सकते है।
Wazu ka Tarika Related Questions (FAQs)
वजू का तरीका क्या है?
Wazu ka Tarika ये है की सबसे पहले नियत करने के बाद तिन बार दोनों हाथ गत्तो तक धोए फिर कुल्ली और नाक में पानी डाले इसके बाद अच्छी तरह से चेहरा और दोनों हाथ कहनियों समेत धोए फिर सर का मसह करे फिर दोनों पैर अच्छी तरह से धोए और सभी अरकान को तिन बार धोए।
वजू करने के बाद क्या पढ़ना चाहिए?
वजू करने के बाद Wazu ki Dua पढ़ना चाहिए जो कुछ यु है “अल्लाहुम्मज अलनी मिनत तव्वाबीन वज अलनी मीनल मुततातह्हिरिन” फिर इसके बाद ऊपर आसमान की तरफ देखते हुए कलमा सहादत पढ़े।
वुज़ू की सुन्नत कितनी है?
Wazu ki 22 Sunnat होती है जिसको अच्छी तरह से करने पर बहुत ज्यादा सवाब मिलता है।
वुज़ू से पहले क्या पढ़ना चाहिए?
वजू करने से पहले Wazu ki Niyat और फिर “बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम” पढ़े।
वजू में कितने मकरूह होते है
वजू में 22 मकरूहात होते है जिससे बचने कोशिश करना चाहिए।
वजू में कितने मुस्तहब है?
वजू में 29 मुस्तहब होते है जिसको करना हदीसो में अच्छा माना गया है।
Wazu ka Tarika: आज क्या सीखा
दोस्तों मुझे उम्मीद है की Wazu ka Tarika सभी को अच्छा लगा होगा जिसमे शुरू और आखिर से छोटी बड़ी चीजों को बताया गया है जिसकी मदद से Wazu karne ka Tarika सीख सकते है।