Ramzan ka Chand Dekhne ki Dua | नया चाँद देखने की दुआ

अस्सलामु अलिकुम नाज़रीन आज की पोस्ट में Ramzan ka Chand Dekhne ki Dua बताने जा रहा हूँ। जो कुछ ही दिन के बाद आने वाला है। जिसके बाद रमजान का पहला रोज़ा शुरू हो जायेगा।

कहा जाता है की रमज़ान का चाँद देखकर दोनों हाथो को अल्लाह सुबान व ता’अला की बारगाह में उठा कर जो कुछ भी नेक खवाहिश माँगा जाता है वह जरुर कबूल होता है।

जैसा की आप सभी को मालूम ही होगा की इस्लाम में किसी भी महीने का शुरू चाँद से होता है वो चाहे रमजान का चाँद हो या मुहर्रम का।

इसीलिए आज का पोस्ट बहुत ही खास और जानकारी भरी है। जिसको सीखना मेरे ख्याल से सभी मुस्लमान के लिए जरुर है। क्युकी इसकी फ़ज़ीलत बहुत बड़ी है जो आगे इस पोस्ट में सीखने को मिलने वाला है।

चाँद क्या है?

चंद्रमा को एक खगोलीय पिंड के रूप में परिभाषित किया जाता है जो एक ग्रह के चारों ओर एक orbit बनाता है, जिसमें आठ प्रमुख ग्रह और छोटे ग्रह शामिल हैं।

इस्लाम में चाँद (Moon) की बहुत अहमियत है और जो भी फेस्टिवल या तेहवार की शुरू चाँद देखकर ही होता है। उसी तरह चाँद देखने की दुआ है जिसे पढ़ने वालो को बहुत ज्यादा फ़ज़ीलत मिलती है।

नया चाँद देखने की दुआ

चाँद देखकर दुआ पढ़ना हमारे नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की सुन्नतों में से एक सुन्नत है। और अगर हम आप सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की किसी एक भी सुन्नत को जिन्दा करते हैं तो हमें अल्लाह सुबान व ता’अला 100 शहीदों के बराबर का सवाब अता करता है।

एक और बात बता दूँ की चाँद देखने की एक ही दुआ है अगर कोई नया चाँद या सिर्फ चाँद की दुआ में यह समझ रहा है की दो दुआ है तो वह शख्स गलत है. क्युकी चाँद की दुआ सिर्फ एक ही है जो अभी बताने जा रहा हूँ।

Ramzan ka Chand Dekhne ki Dua

नाज़रीन जिस तरह से दिनों में सबसे अफज़ल जुमे का दिन होता है उसी तरह महीनो में रमजान का महीने बहुत अफ़ज़ल होता है और उसी तरह और दिनों के मुकाबले रमजान का चाँद बहुत ज्यादा फ़ज़ीलत रखती है।

इस दुआ को पढ़ने का तरीका यह है की जब चाँद आपको देखने को मिलने लगे या खबर सुने तो चाँद की तरफ मुंह करके दोनों हाथो को उठाकर यह दुआ पढ़े और फिर अपने नेक मुराद को भी मांगे।

तल्हा बिन उबैदुल्लाह से रवायत है कि जब नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम जब चाँद देखते, तो वह यह दुआ पढ़ा करते थे:

नया चाँद देखने की दुआ

अल्लाहुम्मा अहिल लहू अलैना बिल अमनि वल इमानि वस सलामति वल इस्लाम, रब्बी व रब्बुकल लाह।

Chand Dekhne Ki Dua In English

Allahumma ahillahu alaina bil-amni wal-iman, was-salamati wal-islam, Rabbi wa Rabbuk-Allah

Chand Dekhne Ki Dua In Arabic Text

اَللّٰہُمَّ اَھِلَّہ عَلَیْنَابِالْیُمْنِ وَالْاِیْمَانِ وَالسَّلَامَةِ وَالْاِسْلَامِ ،رَبِّیْ وَرَبُّکَ اللّٰہُ

Chand Dekhne Ki Dua In Hindi Tarjuma

ऐ अल्लाह इस चांद को हम पर बरकत ईमान खैरियत सलामती वाला कर दे और हमें तौफिक दे इस अमल की जो तुझे पसंद और मरगुब हो ऐ चांद मेरा और तेरा रब अल्लाह है।

Chand Dekhne Ki Dua English Text Tarjuma

Ae Allah Is Chand Ko Ham Par Barkat Emaan Khairiyat Salamati Wala Kar De Aur Hamein Taufeek De Is Amal Ki Jo Tujhe Pasand Aur Margub Ho Ae Chand Mera Aur Tera Rab Allah Hai.

चांद देखने की दुआ का फजीलत

जब भी आप रमज़ान इस्लामिक महीने के चांद देखें तो चांद देखने की दुआ ज़रूर पढ़ें इसके बेशुमार फजीलत है:-

  • इस दुआ को पढ़ने से ईमान में ताज़गी आती है।
  • चांद देखने की दुआ पढ़ने से आपकी सलामती होती है।
  • इस दुआ को पढ़ने से आप अल्लाह के बहुत क़रीब होते हैं।

जैसा की हमने ऊपर में ही बताया कि नबिए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जब नया चांद देखते तो यही दुआ मांगते इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं की यह कितनी अहमियत वाली दुआ है।

इसीलिए आप न की सिर्फ रमजान महीने की चाँद देखकर या फिर बकरीद मुहर्रम की चाँद देखकर बल्कि 12 महीने की नया चाँद देखने के बाद जरुर इस दुआ को पढ़ें।

आज की आखिरी बात

दोस्तों मुझे उम्मीद है की Ramzan ka Chand Dekhne ki Dua सभी को अच्छी तरह से समझ और याद हो गया होगा। जिसमे अरबी के साथ हिंदी और रोमन इंग्लिश में दुआ को प्रस्तुत किया गया है।

इस पोस्ट की माध्यम से आप सभी हजरात को यह बता देना चाहता हूँ की हमें सिर्फ सुन्नत पर अमल करना चाहिए ना इससे कम और ना ज्यादा लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसे ऐसे विडियो देखने को मिलता है।

जिसमे चाँद के हवाले से बहुत गलत जानकारी फैला जा रहा है जिसमे कुछ अज्कार के बारे में बताया जा रहा है लेकिन वह सभी जानकारी गलत और बेबुनियाद है। क्युकी नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम सिर्फ चाँद देखकर दुआ पढ़ा करते थे जो ऊपर बताया गया है।

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