आज Namaz ki Takbeer के बारे में सिखने वाले हो जिसमे आप सभी को जानकारी दिया जायेगा की नमाज़ से पहले नमाज़ की तकबीर कैसे दिया जाता है और इसका कारण क्या है?
दोस्तों अगर आप मुस्लमान है तो आपको मालूम ही होगा की किसी भी नमाज़ को पढ़ने से पहले Namaz ki Takbir पढ़ते है जिसको इकामाह भी कहते है।
यहाँ पर पांच वक़्त की नमाज़ के अलावा ईद और बकरीद की नमाज़ का तकबीर क्या है और कैसे पढ़ा जाता है सब कुछ इसी पोस्ट में आप सभी को मिलने वाला है।
Namaz ki Takbeer Kya Hai
Fajar ki Namaz से लेकर Isha ki Namaz तक इसके साथ Jumma ki Namaz और ईद और बकरीद की नमाज़ में फ़र्ज़ नमाज़ जमात के साथ पढ़ने के लिए तकबीर कहा जाता है।
इकामाह या इकामत एक अरबी लफ्ज़ है जिसका मतलब “किसी चीज़ को खड़ा करना” और इकामाह नमाज़ के लिए दूसरा बुलावा है जो ठीक फ़र्ज़ नमाज़ शुरू होने से पहले होता है।
जिससे जितने भी नमाज़ मस्जिद या दरगाह में नमाज़ पढ़ने आये है जो सुन्नत पढ़ रहे है या दुसरे काम में व्यस्त है उन सभी को बुलावा देने के लिए तकबीर कहा जाता है।
Namaz ki Takbeer Padhne ka Tarika
दोस्तों यहाँ पर आपको विस्तार से बताने है क्युकी मै भी पांच वक़्त की नमाज़ पढ़ता हूँ अल्हम्दोलिल्लाह और मेरा मकसद भी यही है की हमारे नौजवान को इस्लामिक तरीका सिखाया जाए जिससे उनको भी सजदा नसीब हो आमीन।
पांच वक़्त की नमाज़ के लिए जब अज़ान होती है जो अपने मुकरर वक़्त पर ही होता है ये वक़्त हर इलाका में अलग अलग होता है तो जब अज़ान हो जाता है तो आप सभी को मालूम हो जाता है की नमाज़ का वक़्त हो गया चलो नमाज़ पढ़ते है।
नमाज़ पढ़ने के लिए मस्जिद में जाते है तो सबसे पहले सुन्नत पढ़ते है मगरिब के अलावा सभी नमाज़ में सुन्नत जरुर होता है सुन्नत के बाद बैठे रहते है की जब तक जमात का वक़्त ना हो जाए।
और ये जमात का वक़्त अज़ान के 15 से 30 के बाद होता है लेकिन मगरिब में अज़ान के तुरन बाद ही जमात शूरू कर दिया जाता है और जमात शुरू करने से पहले इकामाह पढ़ते है आइए जानते है इसको कैसे पढ़ते है।

Namaz ki Takbeer Lyrics in English
Allahu Akbar, Allahu Akbar
Ashhadu alla Ilaha illallah, Ashhadu alla Ilaha illallah
Ashhadu anna Muhammadar Rasulullah, Ashhadu anna Muhammadar Rasulullah
Hayya ‘alas-Salah, Hayya ‘alas-Salah
Hayya ‘alal-Falah, Hayya ‘alal-Falah
Qad qamatis-Salatu, Qad qamatis-salah
Allahu Akbar, Allahu Akbar
La Ilaha Illallah
English Translation
Allah is the Greatest, Allah is Greatest; I bear witness that there is none worthy of worship except Allah; I bear witness that Muhammad is the Messenger of Allah. Come to Prayer. Come to success. Salat is ready. Allah is the Greatest; Allah is the Greatest; There is none worthy of worship except Allah.
Namaz ki Takbeer Hindi Me
अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर
अशहदु अल्लाह इलाहा इल्लला
अशहदु अल्लाह इलाहा इल्लला
अशहदु अन्न मुहम्मदुर्रसुल अल्लाह
अशहदु अन्न मुहम्मदुर्रसुल अल्लाह
हैंय्या अलस सल्लाह
हैंय्या अलस सल्लाह
हैंय्या अलल फलाह
हैंय्या अलल फलाह
कद कामतिस्सलात
कद कामतिस्सलात
अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर
ला इलाहा इल्ललाह
नमाज़ की तकबीर का तर्जुमा
अल्लाह बहुत बड़ा है, अल्लाह बहुत बड़ा है, अल्लाह बहुत बड़ा है, अल्लाह बहुत बड़ा है, मै गवाही देता हूँ के अल्लाह के सिवा कोई माओउद नहीं, मै गवाही देता हूँ के अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं, मै गवाही देता हूँ के मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम अल्लाह के रसूल है, मै गवाही देता हूँ के मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम अल्लाह के रसूल है, आओ नमाज़ की तरफ, आओ नमाज़ की तरफ, आओ भलाई की तरफ, आओ भलाई की तरफ, नमाज़ के लिए खड़े हो जाओ, नमाज़ के लिए खड़े हो जाओ, अल्लाह बहुत बड़ा है, अल्लाह बहुत बड़ा है, नहीं है कोई माबूद अल्लाह सिवाए अल्लाह ता’अला के।
Eid ul Fitr ki Namaz ki Takbeer
साल भर की नमाज़ों में दो अहम नमाज़ भी है जो साल भर में एक एक बार पढ़ी जाती है पहली नमाज़ ईद उल फ़ित्र की है जो रमजान के ख़त्म होने और चंद निकलने के बाद अदा की जाती है और यह नमाज़ आकिल, बालिग, आजाद और मुकीम पर वाजिब है लेकिन औरतों और बच्चों और मुसाफिर पर यह वाजिब नहीं है।
Eid ki Takbeer से मुराद वह तकबीर है जो ईदगह जाते हुए और आते हुए रास्ते में और ईद के खुतबे में पढ़ी जता है और वह तकबीर कुछ यु है:

ईद और बकरीद की तकबीर
ALLAHU AKBAR. ALLAHU AKBAR.
LA ILAHA ILLAL-LAHU WALLAHU AKBAR.
ALLAHU AKBAR WALIL-LAHIL HAMD.
Allah is the Greatest; Allah is the Greatest;
There is no god but Allah Allah is the Greatest.
Allah is the Greatest and all praise is for Him.
Eid ki Namaz ki Takbeer Kitni Hai
ईद और बकरा ईद की नमाज़ में 6 तकबीर होती है और 2 रकात के साथ पढ़ा जाता है लेकिन कुछ लोग 12 तकबीर समझते है लेकिन ये सही नहीं है।
Bakra Eid ki Namaz ki Takbeer
ईद और बकरीद की नमाज़ एक ही तरीके से पढ़ा जाता है और इसका तकबीर भी एक ही है इसी लिए आप सभी को ईद हो या बकरीद हो ऊपर बताया गया तकबीर ही पढ़े।
दोस्तों इसके बाद ये तकबीर सिर्फ बकरीद तक ही सिमित नहीं है बलके इसके बाद भी नमाज़ के बाद पढ़ा जाता है जिसको Takbeer e Tashreeq कहा जाता है और ये 9 जिल हिज्जे से लेकर 13 जिल हिज्जे तक हर फ़र्ज़ नमाज़ के बाद 1 मर्तबा बुलंद आवाज़ से पढ़ना वाजिब है।
इससे कैसे पढ़ते है इस तकबीर को पढ़ने के लिए इमाम के पीछे या अकेले नमाज़ पढ़ रहे है तो आखिर रकात में सलाम फेरने के बाद बिना कुछ बोले इस तकबीर को शुरू कर दे।
नमाज़ की तकबीर के बारे में
इकामत अज़ान ही के मिसल है मगर चंद बातों में फर्क है अज़ान के कलिमत ठहर ठहर कर कहे जाते है और इकामत के कलिमत को जल्द जल्द कहे जाते है।
अज़ान में बुलंद आवाज़ करने का हुक्म है मगर इकामत में आवाज़ इतनी ही ऊँची हो की सब हज़िरीने मस्जिद तक आवाज़ पहुँच जाए।
इकामत में कानों के अन्दर उंगलिया नहीं डाली जाती है और अज़ान मस्जिद के बाहर पढ़ने का हुक्म है और इकामत मस्जिद के अन्दर पढ़ने का हुक्म है।
आखिरी बात
दोस्तों मुझे उम्मीद है की आप सभी को Namaz ki Takbeer के हवाले से सब कुछ समझ में आ गया होगा की नमाज़ से पहले तकबीर क्यों पढ़ा जाता है और इसके अरबिक और हिंदी और इंग्लिश में इसका लफ्ज़ क्या है जिसको देख कर आप भी आसानी से याद कर सकते है।
इस पोस्ट में आपको कही पर कुछ कमी हो या कुछ इसमें और ज्यादा जानकारी होना चाहिए जिसको पढ़ने वाले को बहुत हेल्प होगा तो निचे कमेंट जरुर करे।