क्या आप सभी Isha ki Namaz ka Tarika सिखने के लिए हमारे ब्लॉग पर आए है तो आप बिलकुल सही जगह आए हो.
क्युकी यहाँ पर आज की इस पोस्ट में आपको ईशा की नमाज़ का टाइम, रकात, नियत और इसके साथ इस नमाज़ का मुकम्मल तरीका सिखने को मिलने वाला है.
ईशा की रात पांचो नमाजो की आखिरी नमाज़ होती है जो रात में अदा किया जाता है.
यह नमाज़ सबसे ज्यादा रकात वाली होती है और ज्यादा रकात होने के साथ साथ इस नमाज़ की बहुत बड़ी फ़ज़ीलत भी हदीस में बयान किया गया है.
दोस्तों हम सभी मुसलमानों पर दिन में पांच वक़्त की नमाज़ फ़र्ज़ किया गया है जिसमे से आज ईशा की नमाज़ का तरीका सिख रहे है.
नमाज़ का नाम | लिंक |
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ईशा की नमाज़ का सिखने से पहले इस नमाज़ का वक़्त, रकात और नियत जान लेते है क्युकी इसका तरीका सिखने से पहले यह सब जानना जरुरी है.
Isha ki Namaz ka Time
ईशा की नमाज़ का टाइम जानने से पहले यह जान लेते है की Isha ki Azan कब होता है आमतौर पर गर्मी के दिनों में 8 बजे से लेकर 8:30 बजे के बिच में रहता है और मौसम के अनुसार ऊपर और निचे होता रहता है.
सर्दी के दिनों में इसका वक़्त बहुत पहले हो जाता है यानि 7 बजे से लेकर 7:45 के बिच में रहता है और अज़ान हो जाने के बाद अगर आप मस्जिद में जमात के साथ फ़र्ज़ नमाज़ अदा करना चाहते है तो आपको घर से जल्दी मस्जिद में जाना चाहिए.
क्युकी हर इलाका और गाँव के मस्जिद का जमात का टाइम अलग अलग होता है लेकिन आमतौर पर अज़ान के बाद 15 से 20 मिनट तक रहता है इसके बिच में मस्जिद में चले जाते है तो आपको जमात के साथ फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ने का सवाब मिल जायेगा.
ठीक वैसे ही घर पर नमाज़ पढ़ना चाहते है तो आप लेट यानि कुछ वक़्त के बाद भी पढ़ सकते है क्युकी Isha ki Namaz का आखिरी वक़्त तहज्जुद की नमाज़ से पहले तक होता है और इससे पहले तक ईशा की नमाज़ पढ़ लेते है तो आपकी नमाज़ हो जाएगी.
इसी तरह रात में तहज्जुद की नमाज़ नहीं पढ़ रहे है तो फज़र की नमाज़ से पहले तक होता इसके बिच में अगर ईशा पढ़ लेते है तो आपकी नमाज़ अदा हो जाएगी नहीं क़ज़ा हो जाएगी.
लेकिन अच्छा माना जाता है की कोई नमाज़ वक़्त पर ही पढ़ा जाता है तो उसका सवाब बहुत ज्यादा मिलता है मगर कोई प्रॉब्लम होने की वजह से देरी हो जाता है तो कोई हर्ज़ नहीं.
Isha ki Namaz ki Rakat Kitni Hoti Hai
क्या आपको मालूम है की ईशा की नमाज़ में कितनी रकात होती है सब कोई तो कहता है की रात की नमाज़ में ज्यादा रकात होती है लेकिन बहुत कम लोगो की ही इसकी मुकम्मल रकात की जानकारी होती है.
इसीलिए आज आपको भी मालूम होने वाला है की Isha ki Namaz ki Rakat 17 होती है:
- चार रकात सुन्नत
- चार रकात फर्ज
- दो रकात सुन्नत
- दो रकात नफिल
- तीन रकात वितिर वाजिब
- दो रकात नफिल
आपको हमेशा कोशिश करना रहना चाहिए की पुरे 17 रकात पढ़े लेकिन टाइम की कमी या बदन की कमजोरी की वजह से आप सिर्फ चार रकात फ़र्ज़, दो रकात सुन्नत और आखिर में 3 रकात वित्र पढ़ लेते है तो भी नमाज़ हो जाएगी.
इसी तरह आपको पांचो नमाजो के अलावा और भी नमाज़ है जिसका अलग अलग रकाते है जिसके बारे में मुकम्मल तरीका जानना चाहते है तो आपको Namaz ki Rakat वाली पोस्ट को पढ़ना चाहिए.
मगर जब आप 17 रकात पढ़ने की फ़ज़ीलत और बरकत के बारे में जानेंगे तो आप सभी रकात पढ़ने की कोशिश जरुर करेंगे.
Isha ki Namaz ki Niyat Kaise Kare
दोस्तों आपने पहले ही जान चुके की ईशा 17 रकात होती है और रकात के अनुसार ही नियत किया जाता है और आपको मैं अपने पोस्ट की मदद से बार बार बताता हूँ की किसी भी नमाज़ का नियत याद नहीं है तो दिल में इरादा करने से भी नमाज़ हो जाएगी.
लेकिन आपको अपनी भाषा में पुरे 17 रकात की नमाज़ को याद करना है तो आप निचे बताए गए सभी नियत को याद करे.
ईशा की चार रकात सुन्नत
“नियत करता हूं मैं 4 रकात नमाज ईशा की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताआला के मुंह मेरा तरफ काबा शरीफ के अल्लाहू अकबर”
ईशा की चार रकआत फर्ज नमाज की नियत
“नियत की मैंने चार रकआत नमाज ईशा की फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
ये नियत तब करना होता है जब आप घर में या किसी और जगह जहाँ पर अकेले बिना इमाम के पीछे पढ़ रहे है. अगर आप मस्जिद में भी पढ़ रहे और अकेले पढ़ रहे है तो यही नियत करना है.
लेकिन जब आप इमाम के पीछे यानि जमात के साथ फ़र्ज़ की नमाज़ पढ़ रहे है तो इसकी नियत इस तरह किया जाता है:
“नियत करता हूं मैं 4 रकात नमाज ईशा की फ़र्ज़ वास्ते अल्लाह ताआला के पीछे इस इमाम के मुंह मेरा तरफ काबा शरीफ के अल्लाहू अकबर”
ईशा की दो रकआत सुन्नत की नियत
“नियत की मैंने दो रकआत नमाज ईशा की सुन्नत रसूले पाक फर्ज के बाद वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
ईशा की दो रकआत नफिल की नियत
“नियत की मैंने दो रकआत नमाजे ईशा की नफिल वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
वित्र की तीन रकआत वाजिब की नियत
“नियत की मैंने तीन रकआत नमाज वित्र की वाजिब वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
ईशा की दो रकआत नफिल की नियत
“नियत की मैंने दो रकआत नमाजे ईशा की नफिल वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
अगर आप अभी Isha ki Namaz ki Niyat को सिख गए तो इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करे.
और इस नमाज़ के अलावा बाकि और भी नमाज़े होते है की जिसकी अलग अलग नियत होती है जिनके बारे में के लिए Namaz ki Niyat वाला पोस्ट को पढ़ चाहिए.
Isha ki Namaz Padhne ka Tarika

ईशा बहुत ही बरकत और फ़ज़ीलत वाली नमाज़ है जिसका तरीका सभी मुस्लमान को सीखना और पढ़ना फ़र्ज़ है इसीलिए आज मैंने ईशा की 17 रकात की तरीका बताया हूँ.
Isha ki 4 Rakat Sunnat Namaz Kaise Padhe
ईशा की 4 रकात सुन्नत की नमाज़ में सबसे पहले 4 रकात की नियत करे जो पहले ही ऊपर बता दिया गया है उसके बाद सना, ताउज, सुरह फातिहा, सूरत मिलाए फिर रुकू और सजदा करे फिर दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाए.
दूसरी रकात में तरीका वही रहेगा जो पहली रकात है इसमें सिर्फ दूसरी रकात में सजदे के बाद पांचो पर बैठ कर अत्ताहियात पढ़े और तीसरे रकात के लिए खड़े हो जाए.
तीसरी और चौथी रकात same वैसी ही अदा करना होगा यही आपको शुरू से आखिरी तक example के साथ बताया जाए तो आपको वाकिए में नमाज़ पढ़ना आ जायेगा इसीलिए आपको 4 Rakat Sunnat ki Namaz वाली पोस्ट को पढ़ना चाहिए.
Isha ki 4 Rakat Farz Namaz ka Tarika
ईशा की फ़र्ज़ नमाज़ हो या किसी भी वक़्त का फ़र्ज़ नमाज़ हो सभी का तरीका एक ही होता है लेकिन फ़र्ज़ आप इमाम के पीछे जमात के साथ पढ़ते है या तनहा अकेले भी पढ़े है.
लेकिन दोनों में थोडा अलग अलग पढ़ा जाता है जिसका तरीका एक पोस्ट में अच्छे तरीके से बताया हूँ जिसको लाखो में लोगो ने पसंद किया है जिसके लिए आपको 4 Rakat Farz Namaz ka Tarika वाली पोस्ट को पढ़ना होगा.
Isha ki 2 Rakat Sunnat Namaz Kaise Padhe
2 रकात ईशा पढ़ने के लिए सबसे पहले नियत करे फिर सना और ताउज पढ़े फिर सुरह फातिहा, सूरत मिलाए उसके बाद रुकू और सजदे से अपने नमाज़ को मुकम्मल कर ले.
यही तरीका आपको मुकम्मल तरीके से समझ और सिखने के लिए मेरे 2 Rakat Sunnat Namaz वाली पोस्ट को पढ़ना चाहिए.
Isha ki 3 Rakat Witr ki Namaz ka Sahi Tarika
ईशा की सुन्नत, फ़र्ज़ और नफिल पढ़ने का तरीका मुकम्मल हो गया है सबसे महत्पूर्ण वित्र की नमाज़ कैसे पढ़े.
वित्र तरीका भी वैसे है जो बाकि नमाज़ का होता है इसमें 3 रकात होती है और आखिरी रकात में दुआ क़ुनूत पढ़ते है.
वित्र की नमाज़ पढ़ने के लिए सबसे पहले वित्र की नियत करे जो ऊपर बता दिया हुआ है फिर इसके बाद सना पढ़े.
सना पढ़ने के बाद आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम और बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम के बाद सुरह फातिहा पढ़े इसके बाद अमिन करे.
फिर कुरान शरीफ की कोई या बड़ी कोई सूरत मिलाए फिर रुकू में जाए और रुकू में कम से कम तिन बार सुबहाना रब्बियल अज़ीम कहे और फिर जब खड़े होने लगे तो समिल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुए सजदा में जाए.
दोनों सजदा के दरमियान तिन बार सुब्हान रब्बियल आला कहे फिर दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाए.
दूसरी रकात में सबसे पहले बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े फिर सुरह फातिहा और सूरत मिलाए.
फिर पहली रकात की तरह रुकू और सजदा करे अबकी बार सजदे के बाद अपने पंजो पर बैठ जाए और फिर अत्तहिय्यत यानि तशहुद पढ़े.
फिर तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाए फिर सुरह फातिहा और सूरत मिलाए उसके बाद कानो तक हाथ उठाय फिर बांध ले और दुआ ए क़ुनूत पढ़े.
फिर दूसरी रकात की तरह रुकू और सजदा करे तीसरी रकात में अत्तहिय्यत, दरुदे इब्राहीम और दुआए मशुरा पढ़ कर सलाम फेर दे.
इस तरह से आपकी वित्र की नमाज़ मुकम्मल हुए लेकिन आपको वित्र पूरी डिटेल्स के साथ सीखना है तो Witr Namaz ka Tarika वाली पोस्ट को पढ़े.
Isha ki 2 Rakat Nafil Namaz padhne ka Tarika
अभी तक आपने ईशा की सभी रकत को पढ़ने का तरीका सिख गए अब जानते है 2 Rakat Nafil Namaz Padhne ka Tarika क्या है तो इस पर भी मैंने एक डिटेल्स आर्टिकल बना दिया है.
Isha ki Namaz ke baad ki Tasbeeh Kaise Padhe
ईशा की नमाज़ की फ़र्ज़ नमाज़ में सलाम फेरने के बाद 33 बार सुबानाल्लाह, 33 बार अल्हम्दुलिलाह और आखिर में 34 बार अल्लाहु अकबर पढ़ा जाता है.
Isha ki Namaz ke Baad ki Dua Kya Hai
ईशा की नमाज़ के बाद की दुआ पढ़ने से घर में बरकत होती है जिसको सभी मुस्लमान को पढ़ना चाहिए.
लेकिन कोई ऐसा दुआ नहीं तो जो ईशा की नमाज़ के बाद पढ़ना जरुरी है बल्कि निचे दिया गया दुआ में से कोई भी पढ़ सकते है.
- 1 या 3 बार आयतुल कुर्सी पढ़े
- 33 बार अस्तगफिरुल्लाह पढें।
- 3 बार पहला कलमा पढें।
नमाज़ के बाद बहुत सारे दुआ पढ़ा जाता है जिसमे अलग अलग फायदा और फ़ज़ीलत होती है जिसको पढ़ने के लिए आपको Namaz ke baad ki Dua पढ़ना चाहिए.
ईशा की नमाज़ की फ़ज़ीलत क्या है
- अगर कोई शख्स ईशा की नमाज वक्त पर अदा करेगा तो वह फजर के वक्त तक हर बुरी ताकतों से महफ़ूज़ रहेगा
- अगर आप ईशा की नमाज के बाद सोने से पहले वज़ु कर के चारों कुल पढ कर के सोएंगे तो आपकी हिफाजत फरिश्ते करेंगे सुबह तक
- चिकन कीमा बनाने से पहले अगर आप खाना खा लेते हैं और उसके बाद नमाज अदा करते हैं; तो आपका खाना जल्दी पच जाएगा जिससे आप कई सारी बीमारियों से बचे रहेंगे
- ईशा की नमाज लंबी होती है जिससे इस नमाज को पढ़ने में टाइम लगता है; लेकिन इसकी फज़ीलत बहुत है, क्यूंकि अल्लाह को लंबी रकातें पसंद हैं
- अब जब हमारे अल्लाह को लंबी रकातें पसंद है; तो हमें अपने अल्लाह को राज़ी करने के लिए नमाज़ का पाबंद होना होगा
Isha ki Namaz Related Questions (FAQs)
Isha ki Namaz ka Waqt kab Khatam Hota Hai
ईशा का वक़्त खत्म होने में दो कंडीशन होता है पहला अगर आप रात में तहज्जुद की नमाज़ पढना चाहते है तो उससे पहले ईशा की नमाज़ पढ़ना जरुरी है और दूसरा तहज्जुद नहीं पढ़ रहे है तो फजर की अज़ान से पहले तक ईशा की नमाज़ का वक़्त होता है.
Isha ki Namaz kitne Baje hoti Hai
ईशा की नमाज़ गर्मी के दिनों में 8 बजे से 8:30 तक के बिच में होता है लेकिन सर्दी के दिनों में 7:30 बजे से लेकर 8:00 तक होती है.
Isha ka Waqt kab Shuru Hota Hai
ईशा की नमाज़ का वक़्त तब शुरू होता है जब मगरिब की नमाज़ का वक़्त खत्म हो जाता है यानि शाम से रात हो जाता है.
Isha ki Namaz kitni Rakat Hoti Hai
ईशा की नमाज़ 17 रकात होती है सबसे 4 रकात सुन्नत, फिर 4 रकात फ़र्ज़, 2 रकात सुन्नत, 2 रकात नफिल, 3 रकात वित्र और आखिर में 2 रकात नफिल की नमाज़ पढ़ा जाता है.
Isha ki Namaz mein kya Padhte Hain
इस नमाज़ में बहुत कुछ पढ़ा जाता है जिसका तरीका ऊपर डिटेल्स से बताया हूँ लेकिन यहाँ पर कुछ बता रहा हूँ. सबसे पहले नियत, सना, सुरह फातिहा, कोई सूरत, रुकू, सजदा, ताशुद, दरुदे इब्राहीम, दुआ ए मशुरा और इसके बाद सलाम फेर लेते है.
Isha ki Namaz ke baad kya Padhna Chahiye
ईशा की नमाज़ के बाद 33 बार सुबानाल्लाह, 33 बार अल्हम्दोलिल्लाह और आखिर में 34 बार अल्लाह हुअक्बर पढ़े. इसके बाद आपको पढ़ना है तो दरूद शरीफ पढ़े उसके बाद दुआ के लिए हाथ उठाय और अल्लाह ता’आला से दुआ मांगे.
Isha ki Namaz 11 Rakat Kaise Padhe
ईशा की नमाज़ 11 रकात पढ़ने के लिए सबसे पहले आपको चार रकात सुन्नत पढ़े, फिर 4 रकात फ़र्ज़ और आखिर में 3 रकात वित्र की नमाज़ पढ़े. लेकिन 2 रकात सुन्नत पढेंगे तो वित्र को 1 रकात पढ़ना होगा तभी 11 रकात की नमाज़ होगी.
Isha ki Namaz kaise Padha Jata Hai
ईशा की नमाज़ पढ़ने के लिए सबसे पहले नियत करे उसके बाद सना पढ़े, फिर सुरह फातिहा और कोई छोटी और बड़ी सूरत मिलाए. फिर रुकू और सजदा करके नमाज़ को मुकम्मल करे.
Isha Ki Namaz Ke Baad Qaza Namaz Parhna Kaisa?
हाँ बिलकुल ईशा की नमाज़ के बाद किसी भी नमाज़ की क़ज़ा पढ़ सकते है.
अंतिम बाते
दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको मेरी पोस्ट Isha ki Namaz ka Tarika बहुत पसंद आया होगा जिसमे आपने सबसे पहले ईशा की वक़्त के बारे में जानना की इसका वक़्त शुरू और ख़त्म कब होता है.
फिर इसकी रकात और नियत के बारे में जाना की इसकी रकात 17 होती है जिसका नियत 4 सुन्नत, 4 फ़र्ज़, 2 सुन्नत, 2 नफिल, 3 वित्र और आखिर में 2 नफिल होता है.
इसके बाद पूरी इत्मिनान के ईशा का तरीका सिखा और कुछ इसके सम्बंदित कुछ सवाल और जवाब को भी देखा.
इस नमाज़ के रिलेटेड कोई सवाल हो जो मैंने यहाँ पर नहीं बताया तो आप निचे कमेंट जरुर करे.
Very nice
Isha ki namaz 4 baje pdh skte h
Isha ki Namaz Isha ke Waqt Padha jata hai. lekin agr Isha ki Qaza Namaz ki baat kare to haa bilkul 4 baje padh sakte hai.