अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, हम सभी को किसी ना किसी चीज़ का ख्वाहिस जरुर होता है, लेकिन क्या आपको मालूम की इसी हाजत को पूरी करने के लिए Salatul Hajat ki Dua भी होता है।
आज फिर एक इस्लामिक दुआ लेकर आया हूँ, जिसको बताये हुए तरीके से पढ़ने के बाद आपकी ख्वाहिश भी पूरी हो सकती है।
सलातुल हाजत का मतलब होता है ख्वाहिश (Wish). इसके लिए सबसे पहले आपको 2 रकात सलातुल हाजत की नमाज़ पढ़ा जाता है, फिर इस दुआ को पढ़ा जाता है।
तो देर किस बात की चलिए इस दुआ को सीखा जाए।
Hajat ki Dua
हजरत अब्दुल्लाह बिन अबी औफा रजिअल्लाहु अन्हु से रिवायत है की अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वस्सलल्लम ने इरशाद फ़रमाया
“जिसे अल्लाह से कोई हाजत हो या किसी बन्दे से कोई हाजत हो तो सबसे पहले अच्छे से वज़ू करे फिर दो रकअत नमाज़ पढ़ कर अल्लाह की तारीफ़ करें और नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वस्सलल्लम पर दरूद पढ़ें और फिर अल्लाह से दुआ मांगे”

Salatul Hajat ki Dua in Hindi
ला इला ह इल्लल्लाहुल हलीमुल करीमु सुब्हानल्लाहि रब्बिल अर्शिल अज़ीम वल हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन. असअलु क मुज़िबाति रहमति क व अजाइम मग्फ़िर ति क वल गनी म त मीन कुल्ली बिररिव वस्सला म त मीन कुल्लि इस्मिन. ला तदअ ली जम्बन इल्ला गफर तहु व ला हम्मन इल्ला फर्रज तहु व ला हा ज तन ही य ल क रीजन इल्ला क जै त हा या अर्हमर्राहिमिन.
Salatul Hajat ki Dua in English
Laaa i-la-ha il-lal-la-hul-Ha-leemul kareem.
Sub-hanallahi rabi-bil arshil
azeem.
Wal-Hamdu-lil-la-hi rabbil-Alameen. As’aluka muji-bati rah-ma-tik, waa-zaaa ‘i-ma mag-fira-tik, wal gha-nee-mata min kul-li birr, was-sa-la-mata min kul-li ithm.
La ta-da` li dhan-ban il-la gha-far-tah, wala ham-man il-la far-raj-tah, wala day-nan il-la ka-day-tah, wala hajatam-min ha-wa i-jid-dunya wal-aaa-khi-rah.
He-ya laka ri-dan il-la qa-day-taha yaaa ar-ha-mar-ra-he-meen.
Salatul Hajat ki Namaz ki Dua ki Tarjuma
अल्लाह ता’अला के अलावा कोई मालिक और हाकिम नही है, जो बहुत ही मेहरबान और करम करने वाला है, मै अल्लाह ता’अला की पाकी और बड़ाई बयान करता हूँ. वह अल्लाह ता’अला जो अर्शे अज़ीम का मालिक है और तमाम तारीफें अल्लाह के लिए हैं जो दोनों जहाँ का पालनहार है, ये अल्लाह मै आप से आप की रहमत के और आप की मघ्फिरत के मजूत असबाब और हर नेकी में हिस्सा लेने और हर बुराई से सलामती का सवाल करता हूँ, ये अल्लाह ता’अला मेरे हर गुनाह को माफ़ कर दे और गम को दूर कर दे और मेरी कोई भी ज़रूरत जिस से तू राज़ी हो उस को पूरा कर दे.
सलातुल हाजत की दुआ कैसे करे
Salatul Hajat ki Dua मांगने के लिए सबसे पहले 3 मर्तबा दरुदे इब्राहीम पढ़े फिर अल्लाह ता’अला की हमद बयान करे यानि तारीफ करे।
इसके बाद नबी मुस्तफ़ा सल्लाहू अलैहे वसल्लम कसरत से दरूद पढ़े फिर इसके बाद Dua e Hajat पढ़े। फिर जो ऊपर बताया गया है वह दुआ पढ़े।
सलातुल हाजत की दुआ पढ़ने के बाद फिर आप जिस काम के लिए यह नमाज़ पढ़ रहे है वह चीज़ को इस दुआ में मांगे और बिच बिच में अल्लाह ता’अला की हमद बयान करते है।
जब आप अपनी हाजत की दुआ और उसके साथ अपनी खवाहिश बयान कर दे तो उसके बाद फिर 3 मर्तबा दरुदे इब्राहीम पढ़े। इस तरह से दुआ को मांगे तो दुआ कभी रद्द नहीं होगा।
आज आपने क्या सीखा?
नाज़रीन मुझे उम्मीद है की आज की इस पैगाम से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। जिसमे आसान सब्दो में namaz e hajat ki dua को बताया गया है।
जिसमे सबसे पहले अरबिक टेक्स्ट को इमेज में डाला गया है, फिर हिंदी और रोमन इंग्लिश टेक्स्ट में यह दुआ को लिखा गया है। जिसे इसको याद करने में कही भी किसी किस्म का उच्चारण गलत ना हो।
अगर आप सभी को आज का पैगाम यानि हाजत की दुआ अच्छा लगा होगा तो इसे सिर्फ अपने तक महदूद ना रखे बलके अपनों दोस्तों के साथ भी इसे शेयर करे।
ताकि अगर आप की दोस्त को भी किसी चीज़ का हाजत है तो उसकी भी हाजत पूरी हो जाए.
मेरा नाम मेराज अहमद है और मैं एक फ्रीलांस लेखक और ब्लॉगर हूं। मैंने अपनी शिक्षा दीनी मदरसों में पूरी की है। मुझे धार्मिक विषयों पर लिखना बहुत पसंद है और अपने लेखों के ज़रिए मैं लोगों तक सही इस्लामिक संदेश पहुंचाने की कोशिश करता हूं। मुझे लोगों को ज्ञान देना बहुत पसंद है।