अगर किसी को वित्र की नमाज़ में Dua e Qunoot पढ़ने और सिखने के लिए तलाश में है तो यहाँ पर बिलकुल सही जगह पर आ गए है।
क्युकी आज की पोस्ट में Dua e Qunoot in Hindi और दुसरे भाषा में भी सिखाया जायेगा इसके साथ जो सवाल व जवाब हमेशा लोग पूछते है उसको भी यहाँ पर बताया जायेगा।
Dua Qunoot सभी मुसलमनो को याद होना चाहिए क्युकी ये नमाज़ के अन्दर पढ़ा जाता है. मुस्लिम भाई और बहन को कम से कम जो चीज़े नमाज़ पढ़ने से लिए जरुरी होता है उसे याद कर लेना चाहिए।
इसीलिए एक शख्स को नमाज़ का तरीका सिखने से लेकर नमाज़ के मुताल्लिक जो भी चीज़े पढ़ा जाता है उन सभी का तरीका, दुआ अज्कार और दुरूद Outlineislam वेबसाइट कुरान व हदीस से बताया गया है।
दुआ ए कुनूत आज का टॉपिक है जिसमे कम से कम तिन भाषा में यानि हिंदी, अरबिक और इंग्लिश में दुआ को बताया जायेगा जिससे याद करने में बहुत आसानी मिलेगी।
इसके अलावा dua qunoot tarjuma ke sath भी बताया जाएगा जिससे इस दुआ को करने के साथ इसका मतलब भी याद हो जायेगा जो हमेशा याद रहेगा इंशाल्लाह।
दुआ ए कुनूत क्या है?
जिस तरह से इस्लाम में बहुत सारे दुआ होते है और उसका फ़ज़ीलत और फायदे भी अलग होता है उसी तरह Dua e Qunoot भी एक दुआ है जिसका फ़ज़ीलत और फायदे बेमिसाल है।
Dua Qunoot को ईशा की तिन रकात वित्र की नमाज़ में पढ़ा जाता है और यह दुआ Witr ki Namaz में पढ़ना वाजिब है अगर किसी को यह दुआ याद नहीं है तो दूसरा भी दुआ पढ़ सकता है जिसके बारे में निचे बताया गया है।
Dua e Qunoot in Hindi
अल्लाहुम-म इन्ना नस्तईनु-क व नस्तग्फिरु-क व नुउ मिनु बि-क व न-त-वक्कलु अलै-क व नुस्नी अलैकल खै-र व नश्कुरू-क व ला नक्फुरू-क व नख्लउ व नतरूकु मंय्यफजुरू-क। अल्लाहुम-म इय्या-क नअबुदु व ल-क नुसल्ली व नस्जुदु व इलै-क नसआ व नहि्फदु व नर्जू रहम-त-क व नख्शा अजा-ब-क इन-न आजा-ब-क बिल कुफ्फारि मुलहिक।
Dua e Qunoot in Arabic
اَللَّهُمَّ إنا نَسْتَعِينُكَ وَنَسْتَغْفِرُكَ وَنُؤْمِنُ بِكَ وَنَتَوَكَّلُ عَلَيْكَ وَنُثْنِئْ عَلَيْكَ الخَيْرَ وَنَشْكُرُكَ وَلَا نَكْفُرُكَ وَنَخْلَعُ وَنَتْرُكُ مَنْ ئَّفْجُرُكَ اَللَّهُمَّ إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَلَكَ نُصَلِّئ وَنَسْجُدُ وَإِلَيْكَ نَسْعأئ وَنَحْفِدُ وَنَرْجُو. رَحْمَتَكَ وَنَخْشآئ عَذَابَكَ إِنَّ عَذَابَكَ بِالكُفَّارِ مُلْحَقٌ
Dua e Qunoot in English
Allah humma inna nasta-eenoka wa nastaghfiruka wa nu’minu bika wa natawakkalu alaika wa nusni alaikal khair, wa nashkuruka wala nakfuruka wa nakhla-oo wa natruku mai yafjuruka, Allah humma iyyaka na’budu wa laka nusalli wa nasjud wa ilaika nas aaa wa nahfizu wa narju rahma taka wa nakhshaa azaabaka inna azaabaka bil kuffari mulhik.
Dua e Qunoot with Tarjuma in Hindi
ऐ अल्लाह, हम तुझ से मदद चाहते हैं ! और तूझ से माफी मांगते हैं तुझ पर ईमान रखते हैं और तुझ पर भरोसा करते हैं ! और तेरी बहुत अच्छी तारीफ करते हैं और तेरा शुक्र करते हैं और तेरी नाशुकरी नहीं करते और अलग करते हैं और छोड़ते हैं, इस शख्स को जो तेरी नाफरमानी करें।
Dua e Qunoot with English Translation
O, Allah! We implore You for help and beg forgiveness of You and believe in You and rely on You and extol You and we are thankful to You and are not ungrateful to You and we alienate and forsake those who disobey You. O Allah! You alone do we worship and for You do we pray and prostrate and we betake to please You and present ourselves for the service in Your cause and we hope for Your mercy and fear Your chastisement. Undoubtedly, Your torment is going to overtake infidels O Allah!
Dua e Qunoot Image

दुआ ए कुनूत याद ना हो तो क्या पढ़े
दोस्तों यह जरुरी नहीं है की सब किसी को कुरान पढ़ना आता हो या कुरान की कुछ आयत याद हो क्युकी आज के दौर में जब बहुत सारे लोग सिर्फ दुनियावी इल्म सिखने में लगे पड़े है।
इसीलिए कुछ लोगो को दुआ ए क़ुनूत याद नहीं हो पाती है लेकिन याद करने की कोशिश करना चाहिए लेकिन फिर भी याद नहीं हो रहा या जब तक याद नहीं हो पता तब तक कोई और दुआ पढ़ सकते है।
दुआए क़ुनूत याद नहीं है तो ये दुआ पढ़े:
رَبَّنَا آتِنَا فِىْالدُّنْيَا حَسَنَةً وَفِىْالآخِرَةِ حَسَنَةً وَّقِنَا عَذَ بَالنَّارِ
हिंदी में दुआ:- रबबना अतिना फिद दुनिया हसन्तव वफिल आख़िरति हसन्तव वकीना अज़ाब-अन्नार।
English में:- Rabbana atina fid dunya hasanatan wa fil Aakhirati hasanatan waqina ‘adhaban-naar.
तर्जुमा:– या अल्लाह हमें दुनिया में नेकी और आख़िरत में भी नेकी दे और हमें दोज़ख से अज़ाब से बचा।
दुआ कुनूत कब पढ़ी जाती है?
Duae Kanud को कभी भी पढ़ा जा सकता है लेकिन इसको खासकर वित्र की तीसरी रकात में वाजिब करार दिया गया है।
dua e qunoot ki jagah kya padhna chahiye
इस्लाम में कोई भी ऐसा अमल नहीं है जिसको करने में परेशानी होती है इसी लिए अगर किसी शख्स को Dua e Qunoot याद नहीं है तो इसकी जगह पर “रब्बा अतिना फिद्दुनिया” वाली दुआ पढ़ सकते है लेकिन इससे पहले “अल्लाहुम” लगाकर पढ़े।
दुआ ए कुनूत कौन से पारे में है
दुआ ए कुनूत कुरान शरीफ की किसी भी पारे में नहीं है लेकिन यह बहुत सारे सही हदीसो से साबित है जिसको मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने सिखाया था।
dua e qunoot kis namaz mein padhi jaati hai
दुआ ए क़ुनूत को सबसे आखिर नमाज़ यानि ईशा की नमाज़ के वित्र की तीसरी रकात में अल्लाहु अकबर कहने के बाद पढ़ा जाता है।
witr me dua e qunoot ki jagah kya padhe
वित्र की दुआए क़ुनूत की जगह पर कोई और दुआ पढ़ सकते है लेकिन सबसे ज्यादा लोग “रब्बा अतिना” दुआ को पढ़ते है।
क्या दुआए क़ुनूत पढ़ना जरूरी है?
हाँ बिलकुल वित्र में दुआ ए क़ुनूत पढ़ना वाजिब है इसीलिए ये बहुत जरुरी है।
दुआए क़ुनूत भूल गए तो क्या नमाज़ होगी ?
अगर किसी ने दुआ ए क़ुनूत (dua e qunoot in hindi) पढ़ना भूल जाए तो उसको चाहिए की आखिर में sajda Shaw कर ले और यह तरीका नहीं आती है तो Sajda Shaw ka Tarika सीखे।
आज क्या सीखा
दोस्तों मुझे उम्मीद है की आप सभी को Dua e Qunoot in Hindi वाली जानकारी बहुत अच्छी लगी होगी जिसमे हिंदी, इंग्लिश और अरबिक तीनो भाषा में दुआ ए क़ुनूत को बताया गया है।
इसके बाद यह दुआ की मीनिंग तर्जुमा भी बताया गया है जिसको पढ़ने के बाद आप को मालूम होगा की ये दुआ क्या कहना चाह रहा है जिससे आप कभी नहीं भूलेंगे।
दोस्तों इसी तरह का इस्लामिक जानकारी सीखना चाहते है तो इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया में फॅमिली के साथ जरुर शेयर करे।