क्या आपका दिल बहुत ज्यादा घबराता है या फिर बहुत ज्यादा डरता है तो आप बिलकुल भी परेशान ना हो हम आपके लिए दिल की तमाम परेशानी दूर करने और दिल को सुकून देने वाली Ghabrahat ki Dua लेकर आए है।
अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, आज के पैगाम में घबराहट और बेचैनी के मुताल्लिक दुआ बताने वाला हूँ।जिसमे Dil ki Ghabrahat ki Dua और Bechaini ki Dua की दुआ सामिल है।
ये Ghabrahat ki Dua बहुत ही छोटा है जिसे याद करना बेहद आसान है। मै ये मान के चलता हूँ की इस पोस्ट को पढ़ने वाले मुस्लिम भाई ऐसे भी है जिनको अरबिक भाषा पढ़ने नहीं आता है।
इसके लिए यहाँ पर हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में पढ़ने और याद करने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा अरबिक में भी दिया गया है जिसको अरबिक पढ़ने आता है तो उनके लिए भी आसान हो जाए।
एक बात और अगर किसी नाज़रीन को अरबिक का ठीक से उच्चारण करने नहीं आ रहा है तो उनके लिए भी सुनहरा अवसर है क्युकी जब एक साथ अरबिक, हिंदी और इंग्लिश लिखा हुआ मिलेगा तो सही से उच्चारण हो पायेगा।
घबराहट और बेचैनी के मुताल्लिक एक नही बल्कि तीन दुआ बताने वाला हूँ जो कुरान व हदीस से साबित होगा। अब चले दुआ को सीखते है।
Dil ki Ghabrahat ki Dua

जो भाई-बहन अपने दिल की घबराहट से परेशान है और डॉक्टर के इलाज के बाद भी कोई फायदा नहीं हो रहा है। तो उनके लिए हम बहुत ही आसान कुरान की छोटी सी दुआ लेकर आए है।
जिसको पढ़ने से इनशाल्लाह बहुत ही फायदा और सुकून मिलेगा। सबसे पहले हम जान लेते है के वो कौन-सी मुबारक सूरह है जिसमे Dil Ghabrane ki Dua मौजूद है। वो सूरह अल रा’अद है जो हमारे कुरान मजीद के 13वे पारह मे है और 28वी आयत पर मौजूद है।
أَلَا بِذِكْرِ ٱللَّهِ تَطْمَئِنُّ ٱلْقُلُوبُ
Ghabrahat ki Dua in Hindi
अला बिजिक्रिल-लाही ततमा-इन्नुल कुलूब
Ghabrahat ki Dua in English
Alaa bizikril laahi tatma’innul Quloob
घबराहट की दुआ का तर्जुमा
तर्जुमा: अल्लाह के जिक्र से दिलों को इत्मीनान मिलता है।
Source: Surah Ar-Ra’d Ayat 28
घबराहट की दुआ पढ़ने का तरीका
नाज़रीन इस दुआ को पढ़ने का तरीका बहुत ही आसान है आप हर नमाज़ के बाद इस दुआ को 11 मर्तबा अपना सीधा हाथ क़ल्ब (दिल) पर रखकर पढ़े। लेकिन इस दुआ को हर नमाज़ को पुरी करने के बाद और अपनी जगह से उठे बगैर ही पढ़ना है।
इसीलिए अल्लाह के नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया की मेरी आँखों की ठंडक नमाज़ रखी गयी है।
दूसरा तरीका ये है के आप या तो फ़जर की नमाज़ के बाद या ईशा की नमाज़ के बाद एक मुकर्रर वक़्त बनाकर नमाज़ मुकम्मल करने के बाद इस दुआ को 1000 हजार मर्तबा पढ़े और आगे पीछे 11-11 मर्तबा दुरूदे इब्राहीम भी पढ़ ले।
अगर आप इस दुआ को कामिल यकीन के साथ पढ़ेंगे तो इनशाल्लाह कभी मायूस नहीं होंगे | क्यूंकि अल्लाह के कलाम मे बहुत बड़ी ताकत है, इस दुआ से इनशाल्लाह आपके दिल को बहुत सुकून मिलेगा।
डर और घबराहट की दुआ (Dil ki Bechaini ki Dua)
एक शख्स ने हुज़ूर (ﷺ) से डर और वहेशत की शिकायत की तो आप (ﷺ) ने फ़रमाया: यह पढ़ो –
فَتَعَالَى اللَّهُ الْمَلِكُ الْحَقُّ ۖ لَا إِلَٰهَ إِلَّا هُوَ رَبُّ الْعَرْشِ الْكَرِيمِ
फ़ताआला अल्लाहु अलमालिकु अलहक़्क़ु ला इलाहा इल्ला हुवा रब्बू अलअर्शी अलक़रीमी
तर्जमा: उस मुकद्द्स बादशाह की पाकी बयान करता हूँ जो फरिश्तों और रूह का रब है उसकी इज़्ज़त व ज़बरूत से ज़मीन व आसमान रौशन हैं।
📕 क़ुरआन 23:116, मुअजमे कबीर, लित्तबरानी: ११५६
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Conclusion: आखिरी बाते
नाज़रीन हमारी कोई भी दुआ या कोई भी अमल तब कुबूल होगा जब हम अल्लाह के फर्माबरदार बंदे बनेंगे, यानि अल्लाह की नापसंद चीजों से परहेज करेंगे या जो काम हमारे नबी सल्लल्लाहु अलाही वसल्लम ने नापसंद फरमाया हो उससे बचेंगे।
मुझे उम्मीद है आप सभी हज़रात को हमारी यह लेख बेहद पसंद आया होगा जिसमे दिल की घबराहट और बेचैनी को दूर करने और सुकून पाने की दुआ बताया गया है।
इसी तरह का इस्लामिक दुआ और जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारी इस दीनी काम में मदद करे और इसी तरह के पोस्ट को अपने दोस्तों तक भी पहुंचाए। खुदा हाफिज!!
Namaz Padh kr dua mangne ke bad padhe ya dua mangne sa phele