अस्सलाम अलैकुम दोस्तों आज की पोस्ट में Dawat Khane ki Dua याद करने और सिखाने की कोशिश किया गया है। जिसमे दावत खाकर भी सवाब कमा सकते है जिसपर निचे हदीस के माध्यम से बताया गया है।
इस्लाम में हर एक चीज़े के बारे में दुआ और तरीका बताया गया है जो हदीस में लिखा गया है। अगर आपको जानना है तो इस वेबसाइट पर सभी जानकारी मिल जायेगा जैसे Khana Khane ki Dua, Doodh Peene ki Dua, Paani Peene ki Dua.
Dawat Khane ki Dua
दोस्तों अगर आपको कोई शख्स हलाल की माल दावत के रूप में खिलाने के लिए आपको कहे तो मना नहीं करना चाहिए बलके उसकी दावत कबूल कर लेनी चाहिए।
चाहे निकाह शादी के रूप में वलीमा का खाना हो या अकिका के रूप में या किसी आम तरह के प्रोग्राम हो सभी में दावत कबूल कर लेना चाहिए।
अब यहाँ पर आपको दो हदीस बताता हूँ जिसमे दावत कबूल कर लेने के लिए कहा जा रहा है। जिसमे पहला हदीस में यह है की हजरत उमर रदी अल्लाहु अंहो ने फ़रमाया की “जब तुम में से कोई अपने भाई को दावत दे तो वो कबूल करे शादी हो या इस जैसी कोई तकरीब।” (सहीह मुस्लिम 3513)
हजरत उमर रदी अल्लाहु अंहो से रिवायत है की रसूल सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया की “जब तुम्हे दावत के लिए बुलाया जाए तो दावत में आओ।” (सहीह मुस्लिम 3513)
नाज़रीन आपको उस दावत को भी कबूल कर लेना चाहिए जिसमे खाना खाए या ना खाए जहाँ हजरत जाबिर रदी अल्लाहु अंहो से रिवायत है की रसूल सल्लल्लाहु अलिही वसल्लम ने फ़रमाया की “जब तुम में से कोई खाने की दावत दी जाए तो वो उस में आए, फिर अगर चाहे तो खा ले या चाहे तो ना खाए।” (सहीह मुस्लिम 3518)
Dawat khane ke Baad ki Dua
नाज़रीन जब आप किसी भी शख्स की दावत में जाए चाहे वह किसी भी तरह का खाना (हलाल होना) हो। उसको खाने के बाद dawat ke baad ki dua जरुर पढ़े जिससे पढ़ने से खाने में बरकत आता फरमा देंगे।

اَللّٰهُمَّ أَطْعِمْ مَنْ أَطْعَمَنِي وَاسْقِ مَنْ سَقَانِي
Dawat Khane ki Dua in Hindi
अल्लाहुम्मा अत ‘इम-मन अत-‘अ-मनी वसक़ी मन सक़ानी
Dawat Khane ki Dua in English
ALLAHumma At-‘im Man At-amanee Wasqee Man Saqaanee.
O Allah Azzawajal feed him who fed me and give him to drink who gave to drink.
दावत खाने के बाद की दुआ तर्जुमा के साथ
ऐ अल्लाह! इसको खिला जिसने मुझे खिलाया और इसको पिला जिसने मुझे पिलाया
Khwab mein Dawat Khane ki Tabeer
नाज़रीन Khwab mein Khane ki Dawat Dekhna बहुत अच्छी बात है लेकिन इसकी ताबीर हर शख्स के लिए अलग अलग होती है।
अगर कोई शख्स ख्वाब में दावत देना देखना है तो इसका मतलब यह है की दुनिया को फैज़ पहुँचाना है जैसे अलीम है तो इल्म सिखाएगा।
अगर कोई शख्स ख्वाम में दावत को कबूल करना कारोबार वसी होने और दौलत होने खुशखबरी मिलने की अलामत है।
खवाब में दावत को इन्तेजाम करना सुकून या मुदारसा जारी करने या स्कूल के अन्दर किसी भी तरह का खर्च करने की अलामत है।
आज क्या सीखा
नाज़रीन आप सभी को Dawat Khane ki Dua कैसा लगा जिसमे हदीसो की मदद से दावत को कबूल करने और इसके ख्वाब में आने की ताबीर के बारे में भी बताया गया है।
इसके अलावा जब भी किसी के यहाँ जाने के बाद जब दावत खा ले फिर ऊपर बताया हुआ दुआ को पढ़ ले जिससे उसकी रिजक में बरकत होगी।
इसी तरह का इस्लाम से मुताल्लिक इस वेबसाइट अच्छी अच्छी जानकारी पोस्ट किया जाता है। अगर आप चाहते है की इस तरह का जानकारी मेरे दोस्त को भी मालूम चले तो इस पोस्ट को शेयर करे।