अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, आज की पोस्ट बहुत ही खास होने वाली है, जिसमे Aulad ke Liye Dua बताने जा रहा हूँ।
क्या आपके औलाद नहीं हो रही है?
क्या आपके शादी को काफी वक़्त हो गए लेकिन फिर भी औलाद नहीं हो रही है?
क्या आप ऐसी दुआ की तलाश में है जिससे आपके घर में भी औलाद हो जाए?
क्या आप बहुत जल्द नेक औलाद पाना चाहते है?
तो आप बिलकुल सही जगह पर आ गए हो। हम यहाँ पर बताने जा रहे है Aulad ke Liye Dua जो एक बहुत ही जलाली दुआ है। जिसको पढ़ने से आपके घर बहुत जल्द औलाद हो जाएगी।
इस दुआ को जरुर पढ़े, क्युकी यह दुआ कभी भी फ़ैल नहीं होती। इस पोस्ट में Aulad Hone ki Dua को सिखाने और याद कराने के लिए बहुत ही आसान लफ्जों में यानि अरबिक, हिंदी और रोमन इंग्लिश में बताया गया है।
Aulad ke Liye Dua
दोस्तों गौर फरमाईये शादी के बाद शौहर और बीबी की सबसे बड़ी ख़ाहिश और चाहत होती है की उन के घर में एक प्यारा सा बच्चा पैदा हो। जिससे उनके घर में उजाला हो जाए, और बच्चे की चहकार से पूरा घर गूँज उठे।
हकीक़त यह है की औलाद दुनिया की सबसे बड़ी नेअमत होती है, इसी नेअमत की वजह से आज पूरी दुनिया हरी भरी है, और इसी दौलत की वजह से आदमी की नसल आगे को चलती है।
वह लोग खुशनसीब है जिसको अल्लाह ने औलाद की दौलत से मालामाल कर रखा है। लेकिन हर किसी को यह दौलत नहीं मिलती, इसी दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो बेचारे औलाद के लिए तरस रहे हैं, मगर उनके यहाँ कोई औलाद नहीं है।
Aulad ke Liye Dua in Quran
आज आप Aulad ki Dua एक नहीं बलके दो दुआ सीखने वाले हो और सभी कुरान से साबित है।जिसको पढ़ने का तरीका बताने जा रहा हूँ।
पहला दुआ

रब्बी हब ली मिनस सालीहीन
ऐ मेरे रब मुझे नेक औलाद अता फरमा
Rabbi hab lee minas saaliheen
दूसरा दुआ

रब्बी ला तज़रनी फरदान वा अंता खैरुल वारिसीन
ऐ मेरे रब तु मुझे अकेला (बे-औलाद) ना छोड़ और तू सबसे बेहतर वारिस है
Rabbi laa tazarnee fardanw wa Anta khairul waariseen
आखिरी बाते
नाज़रीन मुझे उम्मीद है की आप सभी हज़रात को Aulad ki Dua बेहद पसंद आया होगा। जिसमे दो दुआ बताया हूँ जो कुरान से डायरेक्ट साबित है।
ऊपर बताये हुए दोनों दुआ को पढ़ सकते हो या कोई भी एक पढ़ा जा सकता है। औलाद पाने के लिए आपको नेक दिल से और तवक्कुल के साथ Nek Aulad ke Liye Dua पढ़ना चाहिए।
इसके अलावा जो शोहर और वाइफ की बीच हमबिस्तरी करते रहना है, और डॉक्टर का भी सलाह लेते रहना है, और इसके साथ दुआ को भी सिदक दिल से पढ़ते रहना है।
नाज़रीन अगर यह दुआ आपको मदद पहुँचाती है तो इसे उन फ्रेंड्स के साथ भी शेयर करे। जिसको औलाद नहीं हो रही है।
इसके अलावा इस पोस्ट के मुताल्लिक कुछ सवाल या डाउट हो तो निचे कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे।
मेरा नाम मेराज अहमद है और मैं एक फ्रीलांस लेखक और ब्लॉगर हूं। मैंने अपनी शिक्षा दीनी मदरसों में पूरी की है। मुझे धार्मिक विषयों पर लिखना बहुत पसंद है और अपने लेखों के ज़रिए मैं लोगों तक सही इस्लामिक संदेश पहुंचाने की कोशिश करता हूं। मुझे लोगों को ज्ञान देना बहुत पसंद है।