अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, अगर आप भी अल्लाह ता’अला से अपनी गुनाहों की माफ़ी मांगने के लिए Astaghfar ki Dua की तलाश में है तो आज आपकी तलाश खत्म हुई।
आप में से बहुत सारे लोगो को मालूम ही होगा की अस्तगफार की दुआ कितना महत्वपूर्ण है उन लोगो के लिए जो गुनाहों की माफ़ी मांगना चाहते है।
यु तो अपनी पहली भाषा में भी अपनी गलती और गुनाही की माफ़ी खुदा से माँग सकते है लेकिन जो मज़ा अरबिक भाषा में है अल्लाह ता’अला से बात करने में वह किसी भी भाषा में नहीं है।
यहाँ पर मै किसी भी भाषा को निचे गिराने की बात नहीं कर रहा हूँ बलके कुरान की जो भाषा है वह अरबी है और अरबी में ही सही से उचारण हो सकता है। इसीलिए मैंने अरबी को ज्यादा तवज्जो दिया हूँ।
लेकिन एक बार फिर से आपको बता देता हूँ की आप किसी भी भाषा में अपनी गुनाही की बक्सिश के लिए अल्लाह से बात कर सकते है। क्युकी हर जुबान और भाषा अल्लाह ता’अला जानता है और मुझे इस पर इमान है।
नाज़रीन Astaghfar Dua बहुत सारे है लेकिन आज की पोस्ट में दो दुआ बताने वाले है सबसे पहले बड़ा फिर छोटा दुआ बताने वाला हूँ। इसीलिए आपसे गुजारिश है की इसको शुरू से आखिर तक जरुर पढ़े।
अस्तगफार क्या है?
इन्सान की फितरत में गलती और गुनाह कर सामिल है और जब किसी शख्स से गुनाह हो जाता है और वह अपने गुनाहों पर सर्मिंदगी महसूस करने लगता है। और सच्चे दिल से अल्लाह ता’अला की बारगाह में दुआ की तलब करता है तो उसी को अस्तगफार कहते है।
Astaghfar ki Dua in Arabic Text
اَللّٰهُمَّ اَنْتَ رَبِّيْ ، لَا اِلٰهَ اِلَّا اَنْتَ خَلَقْتَنِيْ وَاَنَا عَبْدُكَ ، وَاَنَا عَلَی عَهْدِكَ وَوَعْدِكَ مَا اسْتَطَعْتُ اَعُوْذُ بِكَ مِنْ شَرِّ مَا صَنَعْتُ ، اَبُوْءُ لَكَ بِنِعْمَتِكَ عَلَيَّ ، وَ اَبُوْءُ بِذَنْبِي ، فَاغْفِرْ لِيْ ، فَاِنَّهُ لَا يَغْفِرُ الذُّنُوْبَ اِلَّا اَنْتَ
Astaghfar ki Dua in Hindi
अल्लाहुम्मा अन्ता रब्बी ला इलाहा इल्ला अ्न्त़ा खलकतनी व-अना अबदुका व-अना अला अह-दिका व-वादिका मस्त-ततु अ-अऊज़ु बिका मिन शर्रि मा सनातु अबू-उ लका बि-निमतिका अलय्या व-अबू-उ बि-ज़म्बी फग़ फिर ली फ-इन्नहू ला यग फिरुज्जुनूबा इल्ला अन्ता
अस्तगफार की दुआ का अनुवाद हिंदी में
तर्जुमा: ऐ अल्लाह तू ही मेरा खुदा है, तेरे सिवा कोई इबादत करने के लायक नहीं, तूने ही हम सबको पैदा किया और हम सब तेरा ही बन्दे है, और मै तेरे वादे और अहद पर कायम हूँ, जितना मुझसे हो सका मै तुझ से माँगता / माँगती हूँ उन (तमाम गुनाहों) के शर से जो मेने किए है, उन गुनाहो से जो मैंने जाने अनजाने में किया है, बस तू मेरे गुनाहों को बख्श दे, इसलिए के तेरे सिवा और कोई गुनाहों को नहीं बख्श सकता।
Astaghfar ki Dua in English
Allâhumma Anta Rabbî, lâ ilâha illâ Anta, khalaqtanî wa anâ ‘abduka, wa anâ ‘alâ ‘ahdika wa wa’dika mastata’tu, a’ûdhu bika min sharri mâ sana’tu, abû’u laka bini’maktika ‘alayya, wa abû’u bidhanbî, faghfir lî, fa innahu lâ yaghfirudh-dhunûba illâ Anta.
O Allah! You are my Rabb. There is no true god except You. You have created me, and I am Your slave, and I hold to Your Covenant as far as I can. I seek refuge in You from the evil of what I have done. I acknowledge the favors that You have bestowed upon me, and I confess my sins. Pardon me, for none but You has the power to pardon
Astaghfar ki Dua in URDU
اے اللہ، تو میرا معبود ہے، تیرے سوا کوئی عبادت کا حق نہیں رکھتا، تو نے مجھے پیدا کیا اور میں تیرا بندہ ہوں، میں تیرے عہد اور وعدے کی پاسداری کرتا ہوں، میں تیری پناہ میں آتا ہوں، اس شر سے جو میرے پاس ہے۔ ہو گیا، میں اپنے اوپر تیرا فضل کرتا ہوں اور اپنے گناہ کا اقرار کرتا ہوں، تو مجھے معاف کر دے۔ کیونکہ تیرے سوا کوئی گناہ معاف نہیں کر سکتا۔
Astaghfar Dua Related FAQs
अस्तगफार एक दुआ है?
जी बिलकुल अस्ताग्फार एक दुआ है जैसे बाकी होते है Dua e Ganjul Arsh या Inteqal ki Dua उसी तरह यह भी एक दुआ है।
अस्तगफिरुल्लाह कैसे पढ़ा जाता है?
इसे पढ़ने से लिए सबसे बेस्ट वक़्त यह है की नमाज़ पढ़ने के बाद की दुआ में इस दुआ को सामिल करके पढ़े।
अस्तगफार का तर्जुमा क्या है?
अस्ताग्फार की दुआ का तर्जुमा कुछ यु है “ऐ अल्लाह तू ही मेरा खुदा है, तेरे सिवा कोई इबादत करने के लायक नहीं, तूने ही हम सबको पैदा किया और हम सब तेरा ही बन्दे है, और मै तेरे वादे और अहद पर कायम हूँ, जितना मुझसे हो सका मै तुझ से माँगता / माँगती हूँ उन (तमाम गुनाहों) के शर से जो मेने किए है, उन गुनाहो से जो मैंने जाने अनजाने में किया है, बस तू मेरे गुनाहों को बख्श दे, इसलिए के तेरे सिवा और कोई गुनाहों को नहीं बख्श सकता।“
आखिरी बाते
दोस्तों आप लोग निचे कमेंट करके बताये की अस्ताग्फार की दुआ कैसा लगा जिसमे बहुत सारे भाषा में बताया गया है। जिससे सभी लोग आसानी से समझ सकते है।
इस पोस्ट में मैंने सिर्फ इस दुआ को सिखाने की कोशिश किया हूँ. इसीलिए यहाँ पर आप लोगो को फायदे और तरीका नहीं बताया गया है, उसके लिए अगली पोस्ट की इन्तेजार करे। खुदा हाफिज!!