Ashura ki Dua | मुहर्रम के यौमे अशुरा की दुआ

अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, इस्लाम एक सच्चा दीन है, जिसमे हर एक चीज़ के लिए खास दुआ होती है। जिस तरह मुहर्रम में 10वीं तारीख को Ashura ki Dua खास है।

जिसे हर मुस्लमान को सीखना चाहिए और 10वीं मुहर्रम के दिन जरुर पढ़ना चाहिए। साल में एक ही दिन तो आता है मगर इस दिन में सोते हुए या कोई और काम करते हुए दिन गुजार देते है तो आप बहुत ही गलती कर रहे है।

अगर इसकी फ़ज़ीलत और फायदे के बारे में मालूमात हासिल करेंगे तब जाकर एहसास होगा की कितनी बड़ी अज़ीम बा-बरकत और सवाब वाली अज्कार को छोड़ दिया।

इसीलिए आप सभी हज़रात से गुजारिश कर रहा हूँ की पुरे साल भर में सिर्फ एक दिन Youm e Ashura ki Dua को जरुर पढ़े।

Ashura ki Dua

नाज़रीन गूगल पर बहुत सारे ऐसे वेबसाइट मिल जायेंगे जहाँ पर Ashura ki Dua अलग और कही पर गलत दिया गया है।

इस लिए अगर किसी भी वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले रहे है, तो सबसे पहले मालूमात हासिल करे की जो जानकारी दे रहा हूँ, वह कितना सही है।

अशुरा के दिन सिर्फ दुआ ही पढ़ना नहीं होता बलके अशुरा की नमाज़ भी पढ़ना होता है। जिसका तरीका इसी वेबसाइट पर सीखने को मिल जाएगा।

मगर आज सिर्फ yome ashura ki dua बताने वाला हूँ। जिसमे अरबिक को इमेज पर लिख दिया गया है, जिसको डाउनलोड करके कभी भी याद कर सकते हो।

इसके अलावा हिंदी और रोमन इंग्लिश में भी लिखा गया है, जिससे इस दुआ का सही से उच्चारण किया जा सके। क्युकी उच्चारण गलत होता है तो मीनिंग और मतलब भी बदल जाता है।

Ashura ki Dua In Arabic
ashura ki dua in arabic

ये दुआ पढ़ने के बाद फिर निचे दिया हुआ दुआ को 7 मर्तबा पढ़े:

अशुरा की दुआ को 7 मर्तबा पढ़े

Ashura Ki Dua In Hindi

या क़ाबिला तौबति आदमा यौमा आशूरा
या फारिजा कर्बि जिन्नुनि यौमा आशूरा
या जामिआ शम्लि यअकुबा यौमा आशूरा
या सामिआ दअवति मूसा व हारूना यौमा आशूरा
या मुगीसा इब्राहिमा मिनन्नारी यौमा आशूरा
या राफिआ इदरीसा इलस्समाइ यौमा आशूरा
या मुजिबा दअवति सालिहिन फिन्नाकति यौमा आशूरा
या नासिरा सय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलि मुहम्मदिंव व सलि अला जमिइल अम्बियाइ वल मुरसलीन
व किज हाजातिना फिद् दुनिया वल आखिरती व अतिल उमरना फी ताअतिका व महब्बतिका व रिदाका व अहयिना हयातन त तय्यिबतंव व तवफ्फना अलल ईमानि वल इस्लामी बिरहमतिका या अरहमर राहिमीन
अल्लाहुम्मा बिइज्जिल हसनि व अखीहि व उम्मिहि व अबीही व जद दिही व बनिही फर्रिज अन्ना मा नाहनू फीह।

आशूरा की दुआ पढ़ने के बाद इसे 7 बार पढ़ें।

सुब्हालल्लाही मिल अल मीजानि व मुन्तहल इल्मि व मबलगर रिदा व जी न तल अर्शि ला मलजा अ वला मंजा अ मिनल्लाहि इल्ला इलैहि
सुब्हानल्लाही अ द दश शफई वल वित्रि व अ द द कलिमा तिल्ला हित्ताम्मति कुल्लिहा नस् अलुकस्सला मता बिरहमतिका या अरहमर राहिमीन
व हुवा हस्बुनल्लाहु व निअ मल वकिल,निअ मल मौला व निअ मन्नसीर, वला हौला वला कुव्वता इल्ला बिल्लाहिल अलिय्यिल अजीम, व सल्लल्लाहु तआला अला सय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलिही वसह बिही व अलल मूमिनीना वल मुअमिनाति वल मुस्लिमी न वल मुस्लिमाती अदद जर्रातिल वुजूदि व अदद मालूमातिल्लाहि वलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमिन

Ashura ki Dua in English

Ya Qabeela Taubati Aadmaa Yauma Ashura.
Ya Faariza Karbi Zinunni Yauma Ashura.
Ya Jamiaa Shamli Ya-akuba Yauma Ashura.
Ya Samiaa Da-awati Moosa W Haruna Yauma Ashura.
Ya Mugisa Ibrahima Minannari Yauma Ashura.
Ya Rafiaa Idrisaa Ilassamaai Yauma Ashura.
Ya Muzeeba Da-awati Salihin Finnakati Yauma Ashura.
Ya Nasira Sayyidina Muhammadinw wa Ala Ali Muhammadinw wa Sali Ala Jamieel Ambiyaai Wal Mursaleen.
Wa Kiz Hazatina Fid-duniya wal Aakhirati wa Atil Umarna Fi Ta-atika wa Mahabbatika Wa Ridaka wa Ahyina Hayatan’t Tayyibatanw wa Tawaffna Alal imani wal islami Birahmatika Ya Arhamar Rahimin.
Allahumma Bieezjil Hasni wa Akihi wa Ummihi wa Abihi Wa Jad Deehi Wa Banihee Farriz Anna Maa Nahnoo Feeh.

Ashura Ki Dua Padhne Ke Baad Ise 7 Baar Padhein

Subhalallahi Mil Al Mizaani wa Muntahal ilmi wa Mabalgar rida wa Zinatal Arshila Malza A-wla Manza Aminllahi illa ilahi.
Subhanallahi A Da Dash Safa’i wal Witri wa adad Kalimatilla Hittammati Kuliha Nas’alukassala Mataa Birahmatika Ya Arhamar Rahimin.
Wa Huwa Hasbunallahu Wa Ni’mal Wakeel, Ni’mal Maula wa Nia’mannasir.
Walaa Haula walaa Quwtta illa Bilahil Aliyyil Azim, Wa Sallallahu T’Aala Ala Sayyidina Muhammadinw wa Ala Aalihi Wa Sah Beehi wa Alal Muminina wal Muminaati wal Muslimina Wal Muslimati Adad Jarratil Wujudi Wa Adad Malumatillahi Wal Hamdu Lillahi Rabbil Aalmin.

यौमे आशूरा की दुआ की फजीलत

दोस्तों दुआ सीखने के बाद अब जानते है की, इस दुआ को पढ़ने की बहुत ही उम्दा किस्म की फजीलतें बयान की गई है उनमें से कुछ निम्नलिखित है:-

  1. यकीन के साथ आशूरा की दुआ पढ़ने से अल्लाह त’आला नेमतें नाजिल फरमाता है।
  2. आशूरा की दुआ को पढ़ने से उम्र में खैरो बरकत और ज़िंदगी में फलाह व नेमत हासिल होती है।
  3. आशूरा की दुआ को जो भी सच्ची दिल से पढ़ेगा वो पुरा साल मौत के सदमे से महफूज़ रहेगा।
  4. 10 मुहर्रम को आशूरा की दुआ पढ़ना सबसे दुरूस्त है इस दिन पढ़ने से इल्म में तरक्की होती है।
  5. जो भी आशिक ए रसूल आशूरा की दुआ को दिल से पढ़ेगा उसकी सेहत दुरुस्त रहेगी इंशाअल्लाह।

आख़िरी बात

नाज़रीन आज की इस पैगाम में बहुत ही ज्यादा फ़ज़ीलत और सवाब वाली दुआ यानि Ashura ki Dua को सीखा और उम्मीद करता हूँ की याद भी कर लिया होगा।

हमने यहां पर आशूरा की दुआ को हिंदी के साथ साथ इंग्लिश भाषा में भी लिखा था जिसे आप अपने पसंदीदा जबान में पढ़ सकें।

अगर अभी भी आपके मन में यौमे आशूरा की दुआ से जुड़ी कोई डाउट या फिर किसी भी तरह का कोई सवाल हो तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से ज़रूर पूछें।

हम आपके सभी सवालों का जवाब ज़रूर पेश करुंगा जिसे आपकी डाउट भी खत्म हो जाए और जवाब भी मिल जाए।

उम्मीद करता हूँ की आज का पैगाम आप सभी हज़रात को बेहद पसंद आया होगा।

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