Asar ki Namaz ka Tarika, Time, Rakat, Niyat जाने

Asar ki Namaz ka Tarika

Asar ki Namaz हर मुस्लमान को पढ़ना चाहिए क्युकी इस नमाज़ को पढ़ने से इन्सान की मानसिकता का विकाश होता है.

इसीलिए अगर आपको असर की नमाज़ पढ़ने का तरीका नहीं मालूम है और गूगल पर सर्च करके मेरे वेबसाइट पर आए है तो आप बिलकुल सही जगह आए हो.

हमारे नबी सल्लाहू अलैहे वसल्लम फरमाते है की जो इन्सान असर की नमाज़ को अदा करता है उसको जन्नत की इजाजत मिल जाती है.

इस वेबसाइट को बनाने का मकसद है हमारे भाई बहन मुस्लमान को इस्लामिक तरीके से नमाज़, रोज़ा, ज़कात आदि के बारे में जानकारी मिलती है.

मै आपसे वादा करता हूँ की अगर आप यह ब्लॉग अच्छी तरह से पढ़ लेते है तो आप असर की नमाज़ का तरीका सिख जाएंगे.

Asar ki Namaz ka Time

असर की नमाज़ का वक़्त जब शुरू होता है तब किसी भी चीज़ का छाया (Shadow) उसकी लम्बाई के बराबर हो जाए तो असर का वक़्त शुरू होता है.

आपको रियल लाइफ के द्वारा बताए तो जहाँ पर तेज धुप हो और वहां पर एक एक पेन (Pen) को खड़ा कर दे जिसकी लम्बाई 5 फीट और उस कलम का भी छाया 5 फीट हो जाए तो असर का शुरू होता है.

और इसका वक़्त जब खत्म होता है तब सूरज आपना रौशनी खो देता है यानि जिसको आप आसानी से देख सकते है तो समझ ले की असर का वक़्त खत्म हो गया.

लेकिन आज के समय में तो बहुत ही आसानी के साथ किसी भी नमाज़ का वक़्त मालूम कर सकते है इन्टरनेट की मदद से जैसे आप गूगल पर सर्च कर सकते है “ASR Namaz Time” या प्ले स्टोर से “Muslim Pro” app डाउनलोड कर सकते है.

Asar ki Namaz ki Rakat

असर की नमाज़ 8 रकात होती है जिसमे सबसे पहले 4 रकात सुन्नत गैर मोकिदा पढ़ा जाता है जिसको अगर आप पढ़ते है तो सवाब मिलेगा लेकिन नहीं पढ़ते है तो गुनाह भी नहीं होगा.

फिर 4 रकात फ़र्ज़ पढ़ा जाता है जिसको आप मस्जिद में इमाम के पीछे पढ़े या घर पर अकेले भी पढ़ सकते है जिसका पढ़ा हर मुसलमान पर फ़र्ज़ है.

Asar ki Namaz ki Niyat कैसे करते है

नियत का तरीका निचे दिया गया है जिसको आप जबान से पढ़ कर नियत करे अगर याद नहीं है तो याद कर ले.

अस्र की चार रकआत सुन्नत नमाज की नियत

नियत की मैंने चार रकआत नमाजे अस्र की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह ता’अला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”

अस्र की चार रकआत फर्ज की नियत

“नियत की मैंने चार रकआत नमाज अस्र की फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”

अगर आपको पांचो वक़्त के अलावा बाकि और नमाजो की नियत एक ही जगह पर मिल जाए तो कैसे रहेगा इसके लिए मेरे ही ब्लॉग पर Namaz ki Niyat वाली पोस्ट को पढ़े.

Asar ki Namaz ka Tarika

अभी तक आप सभी असर की रकात इसके नियत और वक़्त के बारे में जान चुके है लेकिन अब जानते है असर की नमाज़ कैसे पढ़ा जाता है.

सबसे पहले वजू कर ले फिर मस्जिद में चले जाने के बाद क़िबला रुख खड़े हो कर सबसे पहले नियत करे जिसका तरीका ऊपर बताया गया है.

Asar ki 4 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika

सबसे पहले 4 रकात सुन्नत की नमाज़ पढ़ते है जिसको सुन्नते गैर मोकिदा कहते है जिसका तरीका पूरी डिटेल्स के साथ दूसरी पोस्ट में बता दिया हूँ. जिसका लिंक पर क्लिक कर आसानी से पढ़ सकते है.

लिंक पर क्लिक करे: Asar ki 4 Rakat Sunnat

Asar ki 4 Rakat Farz Namaz Kaise Padhe

Asr ki Namaz का तरीका वही है जो बाकि नमाजो की तरीका होता है जिसके बारे में पूरी डिटेल्स के साथ बताया गया है उसपर क्लिक करके पढ़े.

Asar ki 4 Rakat Farz पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करे.

Asar Ki Namaz Ke Baad Qaza Namaz Parhna Kaisa?

बहुत लोग सवाल करते है की असर की नमाज़ के बाद कोई क़ज़ा नमाज़ पढ़ना जायज़ है? हाँ बिलकुल जायज़ है एक हदीस में आता है एक बार नबी सल्लाहू अलैहे वसल्लम की जोहर की 2 रकात क़ज़ा हो गयी थी तो आपने असर की नमाज़ के बाद अदा की.

लेकिन पढ़ना तब मनसूब यानि मना जब जब सूरज की टिकी निचे जाने वाला हूँ तो इसका वक़्त कोई भी नमाज़ न पढ़े.

असर की नमाज़ की फ़ज़ीलत क्या है

आप ने अभी तक असर की नमाज़ का तरीका के साथ नियत रकात और वक़्त के बारे में पढ़ा लेकिन अब जानते है की यह नमाज़ पढ़ने से पढ़ने वालो का क्या फायदा होगा.

  • जो इन्सान यह नमाज़ पढता है तो उसको जन्नत की इजाजत मिल जाती है
  • अगर किसी सख्स को कोई भी चीज़े याद नहीं रहती है तो उसको चाहिए की असर की नमाज़ पढ़े क्युकी यह नमाज़ पढ़ने से इन्सान की दिमाग तेज होता है.
  • कोई सख्स बहुत परेशान है उसको परेशानी से निजात पाने के लिए कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है तो उसको चाहिए की असर की नमाज़ पढ़े.
  • जो असर की नमाज़ को हमेशा पढता है तो क़यामत के दिन दुसरे के मुकाबले पहले जन्नत में जायेगा.

Asar ki Namaz Related Questions (FAQs)

Asar ki Namaz ka time kab tak hai

जब सूरज गुरूब होने पर आता है तो असर का वक़्त खत्म हो जाता है यानि आसान लफ्जों में बताया तो सूरज आसानी से देख सकते है बिना आँखों पर जोर दिए तो समझ जाए की असर की नमाज़ का वक़्त ख़त्म हो गया.

Asar ki Namaz kab tak padh sakte hain

असर की नमाज़ तब तक पढ़ सकते है जब इस नमाज़ का वक़्त आखिरी वक़्त न आ जाए.

Asar ka Waqt kab Shuru hota Hai

जब किसी सामान का छाया उसकी लम्बाई के बराबर हो जाए या उससे ज्यादा हो जाए तो समझ ले की Asar ki Namaz का वक़्त शुरू हो गया है.

आखिरी बात जाने

आखिरी बात में आप से पूछना चाहता हूँ की आपको Asr ki Namaz ka tarika कैसा लगा जिसमे आप ने पढ़ा की इसका वक़्त कब शुरू होता है और कब खत्म होता है.

इसके साथ इस नमाज़ की नियत कैसे करते है और इसके रिलेटेड सवालो का जवाब भी दिया गया है मुझे उम्मीद है की यह पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा.

लेकिन इस टॉपिक से सम्बंतिथ कोई ऐसा सवाल हो जो मैंने यहाँ पर नहीं बताया हूँ तो आप निचे कमेंट जरुर करे.

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