अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, आज फिर आप की खिदमत में Aqiqah ki Dua बताने और सिखाने आया हूँ, ये दुआ नेक काम यानि अकिकाह करने के वक़्त पढ़ा जाता है।
नाज़रीन इस दुनिया में सबसे बड़ा नेअमत क्या चीज़ है? अगर जिसकी शादी नहीं हुई है तो वह कहेगा पैसा, दौलत, घर, वगैरह। लेकिन जिसकी शादी हो गयी है तो वह औलाद की पैदिश को ही सबसे बड़ा नेअमत बोलेगी \ बोलेगा।
इसीलिए इस्लाम में हर ख़ुशी और नेअमत मिलने पर अल्लाह ता’अला का शुक्र अदा करना चाहिए। इसीलिए कुरान व हदीस में जब किसी को बेटा या बेटी पैदा होती है तो उसकी ख़ुशी में 7वे दिन अकिकाह करना होता है।
इतना कुछ जानने के बाद अब जानते है की अकिकाह करने की दुआ और तरीका की क्या है?
अक़ीक़ा क्या है?
जब किसी शख्स के घर में बच्चा (औलाद) पैदा होता है तो उसकी ख़ुशी में शुक्राने के तौर में जो जानवर ज़बह किया जाता है उसे अक़ीक़ा कहते है।
जब बच्चा सात दिन या पंद्रह या इक्कीस दिन का हो जाए तब उस बच्चे के बाप पर जरुरी हो जाता है की अकिकाह करे। लड़के के लिए दो बकरा तथा लड़की के लिए एक बकरे का ज़बह करें।
Aqiqah ki Dua
नाज़रीन अकिकाह करना हर माँ-बाप पर मुस्तहब है। जिसको करने से बहुत ज्यादा सवाब मिलता है। और मुस्तहब का मतलब होता है की करना सवाब है, और ना करना पर कोई अजाब नहीं।
Aqeeqah ki Dua लड़का और लड़की के लिए अलग होती है जो काफी बड़ा दुआ है। जो निचे बताने जा रहा हूँ। लेकिन बड़ा दुआ याद नहीं हो रहा है तो निचे दिया गया दुआ को याद करे। जो लड़का और लड़की के लिए एक ही है।
बिस्मिल्लाहि वल्लाहू अकबर अल्लाहुम्मा लका व इलैका हाजा अकिकतु फुलां।
Bismillahi Wal Lahu Akbar, Allahumma Laka Wa Ilaika, Haza Aqiqatu Fulan
Translation : अल्लाह के नाम से जो अल्लाह बहुत बड़ा है, ए अल्लाह ! ये अक़ीक़ा तेरे लिए है और तेरी ही खिदमत में हाज़िर है, और ये अक़ीक़ा फलां ( जैसे ज़ैद या हामिद ) की तरफ़ से है।
ध्यान देने वाली बात: फुलां की जगह पर बच्चे या बच्ची का नाम ले, और जो दूसरे के लिए कर रहे हैं तो बच्चे के नाम के साथ-साथ बच्चे के बाप का भी नाम जरूर ले।
Aqiqah Ki Dua Ladka
अल्लाहुम्म हाजिही अकिकतु इबनी फुलां दमुहा बिदमिही व लह् मुहा बिलह मिही व शहमुहा बिशहमिही व अजमुहा बिअजि्याही वलिजदुआ बिजिलदिही व शअरुहा बिशअरिही अल्लाहुम्मजअल्हा फिदाअन लिइबनी फुलां मिन्नारि व तकबल्हा मिन्हु कमा तकब्बल तहा मिन नबीइकल मुस्तफा वहबीबिकल मुज्तबा अलैहित तहीयतु वस्सना इन्न’सलाती व नुसुकि व महयाय व ममाति लिल्लाहि रब्बिल आलमिन। ला शरीक लहु व बिजालि क उमिरतु व अना मिनल मुस्लिमीन। अल्लाहुम्म मिन कव ल क बिस्मिल्लाही अल्लाहू अकबर।
ध्यान दें:– फुलां की जगह लड़का का नाम ले अगर दूसरे का लड़का के लिए अकिका करें तो फुलां जगह लड़का और उसके बाप का नाम लें।
Aqiqah Ki Dua Ladki
अल्लाहुम्मा हाजिही अकीकतु बिनती फुलां दुमुहा बिदमिहा व लहमुहा बिलह मिहा व शहमुहा बिशहमिहा व अज्मुहा बिअज्मिहा व जिलदुहा बिजिलहिदा व शअरुहा बिशअरिहा। अल्लाहुम्मजअल्हा फिदाअन लिबिनती फुलां मिन्नारि व तकब्बल्हा मिन्हा कमा तक़ब्बल्तहा मिन नबी इकलमुस्तफा व हबीबिकलमुज्तबा अलैहित्तहीयतु वस्सना इन्ना सलाती व नुसूकी व मह्याय व नमाति लिल्लाहि रब्बिल आलमीन। ला शरीक लहु व बिजालि क उमिरतु व अना मिनल मुस्लिमीन अल्लाहुम्म मिन कव ल क बिस्मिल्लाही अल्लाहू अकबर।
ध्यान दें:– फुलां की जगह बेटी का नाम ले अगर दूसरे की लड़की के लिए अकिका करें तो फुलां जगह लड़की और उसके बाप का नाम लें।
आखिरी बाते
नाज़रीन मुझे उम्मीद है की आज का पैगाम आप सभी हज़रात को बेहद पसंद आया होगा। जिसमे अकिका की दुआ के साथ साथ अकिका से संबंधित कुछ जानकारी पहुंचाने की कोशिश की है।
इस पैगाम के जरिये आसान भाषा में अरबिक के साथ हिंदी और इंग्लिश में Akika ki Dua को सिखाने की पूरी किशिश किया गया है जो आपको पसंद आया होगा।
इसी तरह का इस्लामिक अज्कार और दुआ सीखना चाहते है तो यह ब्लॉग आपके लिए काफी फायदेमंद होगा। अगर इस पोस्ट के मुताल्लिक किसी किस्म की सवाल हो तो निचे कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे।
मेरा नाम मेराज अहमद है और मैं एक फ्रीलांस लेखक और ब्लॉगर हूं। मैंने अपनी शिक्षा दीनी मदरसों में पूरी की है। मुझे धार्मिक विषयों पर लिखना बहुत पसंद है और अपने लेखों के ज़रिए मैं लोगों तक सही इस्लामिक संदेश पहुंचाने की कोशिश करता हूं। मुझे लोगों को ज्ञान देना बहुत पसंद है।