क्या आप भी 4 Rakat Sunnat ki Namaz Padhne ka Tarika खोज रहे है लेकिन पूरी जानकारी के साथ नहीं मिल रहा है तो आप सही जगह आए हो.
क्युकी यहाँ पर इस पोस्ट को पढ़ने के बाद चार रकात सुन्नत की नमाज़ पढने का तरीका शुरू से आखिर तक कैसे पढ़ा जाता है सब कुछ मालूम हो जायेगा.
इसके बाद किसी और की वेबसाइट पर जाकर सुन्नत नमाज़ से रिलेटेड पोस्ट को पढ़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी.
मुझे उम्मीद है आपको नमाज़ के बारे में जानकारी होगा की नमाज़ क्या है? नमाज़ कितने प्रकार के होते है? इस तरह के बहुत सारे सवाल का जवाब आपको मालूम होगा.
लेकिन कोई बात अगर आपको मालूम नहीं है तो इस वेबसाइट को याद करले ताकि आपको ये सभी सवालो का जवाब मिल जाए.
सुन्नत किसे कहते है?
5 वक़्त की नमाज़ में फ़र्ज़ और वाजिब के अलावा कुछ ऐसी भी नमाजे है जो हमारे नबी (सल्लाहु अलैहे वसल्लम) पढ़ते थे उनको सुन्नत कहते है.
सुन्नत दो तरह की होती है पहला सुन्नत मोकिदा और दूसरा सुन्नत गैर मोकिदा.
सुन्नत मोकिदा क्या है?
सुन्नत मोकिदा उस को कहते है जिसको हुजुर (सल्लाह अलैहे वसल्लम) ने हमेशा पढ़ा हो जिसको कभी नहीं छोड़ा हो उसको ही सुन्नत मोकिदा कहते है जैसे:- फज़र की नमाज़ से पहले 2 रकात सुन्नत, जोहर की फ़र्ज़ नमाज़ से पहले 4 रकात सुन्नत आदि.
सुन्नत गैर मोकिदा क्या है?
जिस सुन्नत नमाज़ को हुजुर (सल्लाहू अलैहे वसल्लम) ने कभी पढ़ा हो और कभी छोड़ दिया हो उसी नमाज़ को सुन्नत गैर मोकिदा कहते है जैसे:- असर की फ़र्ज़ नमाज़ से पहले 4 रकात सुन्नत, ईशा की फ़र्ज़ से पहले 4 रकात सुन्नत.
सुन्नत की नमाज़ कितनी रकात होती है (Sunnat Namaz Chart)
सुन्नत की नमाज़ 2 रकात और 4 रकात होती है फजर से ईशा और जुम्मा की नमाज़ सभी में कही 2 रकात होती है तो कही 4 रकात पढ़ी जाती है निचे इमेज में दिखाया गया है.

4 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika (4 रकात सुन्नत कैसे पढ़े)
इससे पहले का आर्टिकल में बताया गया है की 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika क्या है? और 5 वक़्त की नमाज़ के साथ कैसे पढ़ना है. आज की पोस्ट में 4 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika बताया गया है जिसको follow करके आसानी से नमाज़ को सिखा जा सकता है.
चार रकात सुन्नत पढ़ने के लिए सबसे पहले क़िबला रुख खड़े जाए और जिस वक़्त की नमाज़ पढ़ना चाहते है उस वक़्त की नियत करे जैसे की फोटो में दिखाया गया है.

आपको आसानी से समझाने के लिए आज की पोस्ट में जोहर की 4 रकात सुन्नत की नमाज़ पढ़ने का तरीका सिखाने वाला हूँ.
Zohar ki 4 Rakat Sunnat ka Tarika
Johar ki Namaz को स्टार्ट करने के लिए सबसे पहले Namaz ki Niyat करे. नियत दिल से भी कर सकते है और जुबान से भी कर सकते है जो निचे दिया गया है.
नियत की मैंने चार रकात नमाज़ ज़ोहर की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर
नियत पढ़ने के बाद दोनों हाथों को कानो तक उठाकर बांध ले और निचे बताया गया step को follow करे.
- सना पढ़े (सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका)
- आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम और बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़े
- आमीन पढ़े फिर बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- कुरान शरीफ की कोई भी छोटा या बड़ा सूरत पढ़े
- रुकू में जाने के बाद कम से कम 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े फिर समिल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाये फिर खड़े रहते हुए ही रब्बना लकल हम्द कहे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में जाए और दोनों सजदे के दरमियान कम से कम 3 या 5 मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े
- फिर दुसरे रकात के लिए खड़े हो जाए
दूसरी रकात
- दूसरी रकात में आपको पहले रकात की 3 step से 7 step का same to same पढ़ना है
- फिर सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़ने के बाद फिर से खड़े हो जाये
इस तरह से आपकी 2 रकात सुन्नत मुकम्मल हुए.
तीसरी रकात
- तीसरी रकात में आपको फिर पहले की 3 से 7 step तक पढ़े
- फिर चौथे रकात के लिए खड़े हो जाए
चौथी रकात
- चौथी रकात में आपको फिर से पहली रकात की 3 से 7 step तक पढ़े
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- दरुदे इब्राहीम पढ़े
- दुआ इ मशुरा पढ़े
- अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।
इस तरह से आपकी चार रकात सुन्नत की नमाज़ मुकम्मल हो गयी इसके बाद 33 मर्तबा सुबानाल्लाह, 33 मर्तबा अल्हम्दोलिल्लाह और 34 मर्तबा अल्लाह हुअक्बर पढ़कर अल्लाह सुभान ता’अला की बारगाह में दुआ के लिए हाथ उठाए.
इसी तरह से जितने भी चार रकात सुन्नत वाले नमाज़ तरीका यही रहेगा सिर्फ इसका नियत में बदलाव हो जायेगा जो निचे बताया गया है.
Asr ki 4 Rakat Sunnat
Asar ki Namaz ka Tarika सीखना उतना ही जरुरी है जितना बाकी नमाज़ जरुरी है जिसका तरीका बाकि नमाज़ की तरह की पढ़ा जाता है.
नियत की मैंने चार रकात नमाज़ असर की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर
Isha ki 4 Rakat Sunnat
नियत की मैंने चार रकात नमाज़ ईशा की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर
Jumma ki 4 Rakat Sunnat
नियत की मैंने चार रकात नमाज़ जुम्मा की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर
आखिरी बात
मुझे उम्मीद है की ये पोस्ट आपको बहुत अच्छा लगा होगा और 4 रकात की नमाज़ पढ़ना सीख गए होंगे अगर इसी तरह इस्लामिक जानकारी लेने के लिए इस OutlineIslamवेबसाइट को याद कर ले या वेबपगे की तरह सेव कर ले.
खुदा हाफिज!!