क्या आप कभी सोचा है की 2 रकात, 3 रकात और 4 Rakat Farz Namaz का तरीका क्या है और इसमें कहाँ कहाँ क्या अंतर है.
आपके जानकारी के लिए बता दे की इस वेबसाइट यही OUTLINEISLAM.COM पर 2 रकात फ़र्ज़ और 3 रकात फ़र्ज़ पढ़ने का तरीका बता दिया गया है अगर आपने अभी नहीं पढ़ा और सिखा है तो लिंक पर क्लिक करके पढ़ ले.
मै सिर्फ इस पोस्ट में 4 रकात फर्ज नमाज़ कैसे पढ़े? इसके बारे में जानकारी दूंगा जिसकी मदद से आप भी आसानी से इमाम के पीछे और बिना इमाम के पीछे भी नमाज़ पढ़ सकते है.
बहुत सारे लोग ये सोच कर भी नमाज़ नहीं पढ़ते की उनको नमाज़ का मुकम्मल तरीका मालूम ही नहीं इसीलिए नमाज़ को ही छोड़ देते है मगर ऐसा नहीं करना चाहिए और जितना मालूम है उसी जानकारी से नमाज़ को पढ़े.
और बाकि की जानकारी भी लेते है उसके लिए youtube पर विडियो देख सकते है और मेरे इस वेबसाइट पर भी विजिट करके सिख सकते है.
अगर आपको namaz ki rakat के बारे में पता होगा तो ये भी जानते होंगे की 4 रकात फ़र्ज़ सिर्फ तिन वक्तो में पढ़ा जाता है जैसे:- जोहर की 4 रकात, असर की 4 रकात और ईशा की चार रकात फ़र्ज़.
आपको फ़र्ज़ नमाज़ की रकात में बारे में मालूम नहीं है तो कोई बात निचे इमाम में वक़्त के अनुसार बताया गया है जिसको देख कर आसानी से समझा जा सकता है.

इन सभी नमाजो का तरीका एक ही होता है सिर्फ इनमे वक़्त के अनुसार नियत बदल जाता है जिसको आगे बताया गया है.
4 Rakat Farz Namaz Padhne ka Tarika
ये नमाज़ नमाज़ दो तरीके से पढ़ सकते है पहला इमाम के पीछे और दूसरा तनहा यानि बिना इमाम के पीछे.
इनमे एक बड़ा अंतर है जिसको आपको समझना जरुरी है इसीलिए आपको स्टेप by स्टेप दोनों तरीके से 4 Rakat Farz Namaz ka Tarika सिखाने वाला हूँ अगर आप सिखने के लिए तैयार है तो एक मर्तबा इंशाअल्लाह जरुर बोले.
आप सबसे पहले नमाज़ के लिए तैयार हो जाए और क़िबला की तरह मुंह करके खड़े हो जाए और नियत करे जैसा की निचे फोटो में दिखा है फोटो में दो नियत दिया गया है.
दोनों में थोडा सा फर्क है फर्क ये है की जब इमाम के पीछे नमाज़ पढ़ते है और बिना इमाम के पीछे नमाज़ पढ़ते है उसका नियत अलग अलग है.

आप इस इमेज को डाउनलोड करले या अगर आप अभी 2 से 5 मिनट का समय देंगे तो अभी ही याद हो जायेगा. क्युकी अगर आपको किसी भी नमाज़ की नियत अगर आपको याद है तो इसे याद करना आपके लिए आसान हो जाएगा.
आपको पहले की मैंने बता दिया की ये सिर्फ तिन वक्तो में पढ़ा जाता है इसी लिए आज मै 4 रकात की नमाज़ के अनुसार बताने जा रहा हूँ वैसे ही बाकि दोनों वक़्त की नमाज़ में यही तरीका रहेगा.
तो चलिए जनता है की इमाम के पीछे नमाज़ कैसे पढ़ा जाता है.
4 Rakat Farz Namaz ka Tarika (इमाम के पीछे)
सबसे पहले आपको क़िबला रुख यानि क़िबला की तरह खड़े हो जाए और दिल से या जुबान ऊपर बताए गए अनुसार नियत कर ले.
नियत की मैंने चार रकात जोहर की फ़र्ज़ वास्ते अल्लाह ताला के (पीछे इस इमाम के) रुख मेरा काबा ऐ शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर
यहाँ पर हम जोहर की चार रकात फ़र्ज़ नमाज़ का तरीका इमाम के पीछे बता रहे है इसको step by step समझे.
पहली रकात
- नियत करे
- सना पढ़े (सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका)
- आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़े
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- इमाम सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़ेगा आपको चुप रहना है
- आमीन कहे
- इमाम कुरान शरीफ की कोई भी छोटा या बड़ा सुरत पढ़ेगा आपको चुप रहना है
- रुकू में कम से कम 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े
- इमाम बोलेगा समिल्लाहु लिमन हमीदा तो आपको कहना है रब्बना लकल हम्द
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में जाए
- पहले सजदे में 3 या 5 मर्तबा और दुसरे सजदे में 3 या 5 मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े
- अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरे रकात के लिए खड़े हो जाए
दूसरी रकात
- पहली रकात की 4 से 11 तक step को पढ़े
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाए
तीसरी रकात
- पहली रकात की 4 से 6 तक step तक follow करे
- पहली रकात की 8 से 11 तक के step को करे
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए चौथी रकात के लिए खड़े हो जाए
चौथी रकात
- पहली रकात की 4 से 6 तक step तक follow करे
- पहली रकात की 8 से 11 तक के step को करे
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- दरुदे इब्राहीम पढ़े
- दुआ ए मशुरा पढ़े
- अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।
इस तरह से आपकी चार रकात जोहर की फ़र्ज़ नमाज़ मुकम्मल हो गयी इसके बाद 33 मर्तबा सुबानाल्लाह, 33 मर्तबा अल्हम्दोलिल्लाह और 34 मर्तबा अल्लाह हुअक्बर पढ़े.
4 Rakat Farz Namaz ka Tarika (तनहा या अकेला)
आपने तो इमाम के पीछे कैसे पढ़ना है तो समझ आ गया होगा अब जानते है बिना इमाम के पीछे कैसे पढ़ते है.
सबसे पहले आपको क़िबला रुख यानि क़िबला की तरह खड़े हो जाए और दिल से या जुबान ऊपर बताए गए अनुसार नियत कर ले.
नियत की मैंने चार रकात जोहर की फ़र्ज़ वास्ते अल्लाह ताला के रुख मेरा काबा ऐ शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर
यहाँ पर हम जोहर की चार रकात फ़र्ज़ नमाज़ का तरीका तनहा यानि बिना इमाम के पीछे बता रहे है इसको step by step समझे.
पहली रकात
- नियत करे
- सना पढ़े (सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका)
- आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़े
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़े
- आमीन कहे
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- कुरान शरीफ की कोई भी छोटा या बड़ा सुरत पढ़े
- रुकू में कम से कम 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े
- समिल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाये फिर खड़े रहते हुए ही रब्बना लकल हम्द कहे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में जाए
- पहले सजदे में 3 या 5 मर्तबा दुसरे सजदे में 3 या 5 मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े
- अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरे रकात के लिए खड़े हो जाए
दूसरी रकात
- पहली रकात की तरह 4 से 12 तक step को पढ़े
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाए
तीसरी रकात
- पहली रकात की तरह 4 से 6 तक step तक follow करे
- फिर पहली रकात की तरह 9 से 12 तक के step को करे
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए चौथी रकात के लिए खड़े हो जाए
चौथी रकात
- पहली रकात की तरह 4 से 6 तक step तक follow करे
- पहली रकात की 9 से 12 तक के step को करे
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- दरुदे इब्राहीम पढ़े
- दुआ ए मशुरा पढ़े
- अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।
इस तरह से आपकी चार रकात जोहर की फ़र्ज़ नमाज़ बिना इमाम के मुकम्मल हो गयी इसके बाद 33 मर्तबा सुबानाल्लाह, 33 मर्तबा अल्हम्दोलिल्लाह और 34 मर्तबा अल्लाह हुअक्बर पढ़े.
आज आपने क्या सीखा
आज आपने 4 Rakat Farz Namaz ka Tarika के बारे में सिखा जिसकी मदद से कही भी इत्मिनान के साथ नमाज़ पढ़ सकते है.
मुझे उम्मीद है की ये पोस्ट आपको अच्छा नहीं बहुत अच्छा लगा होगा जिसकी हेल्प से आप अपने दोस्तों को भी सिखा सकते है.
खुदा हाफिज!!