क्या आप 3 Rakat Farz Namaz का तरीका की तलाश में है अगर अपने मेरा पिछले पोस्ट में 2 रकात फ़र्ज़ का तरीका के बारे में सिख चुके है.
लेकिन आज की इस पोस्ट में आपको पूरी डिटेल्स के साथ 3 रकात नमाज़ तनहा और जमात (इमाम के पीछे) के साथ कैसे पढ़ना सिखने वाले हो.
3 रकात नमाज़ पढ़ना का तरीका एक ही होता है जैसे 2 या 4 रकात की नमाजो का होता है लेकिन थोड़ा बहुत फर्क होता है लेकिन आप इत्मिनान के साथ इस पोस्ट को पढ़े.
क्युकी आज हम इसी टॉपिक को डिटेल्स के साथ cover करने वाले है और पिछले आर्टिकल में आप ने बखूबी जाना था की फ़र्ज़ नमाज़ क्या है? और फ़र्ज़ और सुन्नत नमाज़ मे क्या फर्क़ है? आग आप जानना चाहते है तो पिछले आर्टिकल को जरुर पढ़े.
नमाज़ पढ़ने से पहले नमाज़ की रकात मालूम होना चाहिए इस लिए यहाँ पर फ़र्ज़ की चार्ट को दिखा रहा हूँ जिससे आपको 5 वक्तो की नमाज़ में कितने फ़र्ज़ है आपको मालूम हो जाए.
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अगर आप धयान से इस फोटो को देखेंगे तो आपको समझ आएगा की 3 रकात फ़र्ज़ की नमाज़ सिर्फ मग़रिब के वक़्त ही पढ़ा जाता है. इसीलिए आज की पोस्ट में उदाहरण के लिए 3 Rakat Magrib ki Namaz को बताने वाला हूँ.
3 Rakat Farz Namaz Padhne ka Tarika
आपने इस नमाज़ से रिलेटेड बहुत कुछ जान गए लेकिन आपको ये भी जानना जरुरी है की फ़र्ज़ नमाज़ का 2 तरीके से पढ़ा जाता है.
- पहला इमाम के पीछे
- दूसरा तनहा यानि अकेले
इसीलिए आपको स्टेप by स्टेप दोनों तरीके से 3 Rakat Farz Namaz ka Tarika सिखाने वाला हूँ अगर आप सिखने के लिए तैयार है तो एक मर्तबा इंशाअल्लाह जरुर बोले.
आप सबसे पहले नमाज़ के लिए तैयार हो जाए और क़िबला की तरह मुंह करके खड़े हो जाए और नियत करे जैसा की निचे फोटो में दिखा है फोटो में दो नियत दिया गया है.
दोनों में थोडा सा फर्क है फर्क ये है की जब इमाम के पीछे नमाज़ पढ़ते है और बिना इमाम के पीछे नमाज़ पढ़ते है उसका नियत अलग अलग है.

आप इस इमेज को डाउनलोड करले या अगर आप अभी 2 से 5 मिनट का समय देंगे तो अभी ही याद हो जायेगा. क्युकी अगर आपको किसी भी नमाज़ की नियत अगर आपको याद है तो इसे याद करना आपके लिए आसान हो जाएगा.
इमाम के पीछे 3 Rakat Farz Namaz ka Tarika
सबसे पहले आपको क़िबला रुख यानि क़िबला की तरह खड़े हो जाए और दिल से या जुबान ऊपर बताए गए अनुसार नियत कर ले.
नियत की मैंने 3 रकात नमाज़ फ़र्ज़ वक़्त मग़रिब का वास्ते अल्लाह ताला के (पीछे इस इमाम के) रुख मेरा काबा ऐ शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर
यहाँ पर हम मग़रिब की तिन रकात फ़र्ज़ नमाज़ का तरीका इमाम के पीछे बता रहे है इसको step by step समझे.
पहली रकात
- नियत करे
- सना पढ़े (सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका)
- आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़े
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- इमाम सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़ेगा आपको चुप रहना है
- आमीन कहे
- इमाम कुरान शरीफ की कोई भी छोटा या बड़ा सुरत पढ़ेगा आपको चुप रहना है
- रुकू में कम से कम 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े
- इमाम बोलेगा समिल्लाहु लिमन हमीदा तो आपको कहना है रब्बना लकल हम्द
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में जाए
- पहले सजदे में 3 या 5 मर्तबा दुसरे सजदे में 3 या 5 मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े
- अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरे रकात के लिए खड़े हो जाए
दूसरी रकात
- पहली रकात की 4 से 11 तक step को पढ़े
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाए
तीसरी रकात
- पहली रकात की 4 से 6 तक step तक follow करे
- पहली रकात की 8 से 11 तक के step को करे
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- दरुदे इब्राहीम पढ़े
- दुआ ए मशुरा पढ़े
- अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।
इस तरह से आपकी दो रकात फजर की फ़र्ज़ नमाज़ मुकम्मल हो गयी इसके बाद 33 मर्तबा सुबानाल्लाह, 33 मर्तबा अल्हम्दोलिल्लाह और 34 मर्तबा अल्लाह हुअक्बर पढ़े.
तनहा या अकेले 2 Rakat Farz Namaz ka Tarika
आप इमाम के पीछे नमाज़ पढ़ने का तरीका तो सिख गए अब जानते है अगर आप अकेले यानी बिना इमाम के पीछे फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ना चाहते है तो कैसे पढेंगे.
इसके लिए तरीका वही है सिर्फ थोडा फर्क है जो आपको निचे पढ़ने को मिलने वाला है. सबसे पहले क़िबला रुख खड़े हो कर नियत करे.
नियत की मैंने तिन रकात मग़रिब की फर्ज वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर।
यहाँ पर हम मग़रिब की तिन रकात फ़र्ज़ नमाज़ का तरीका बिना इमाम के पीछे पढ़ने का बता रहे है इसको step by step समझे.
पहली रकात
- नियत करे
- सना पढ़े (सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका)
- आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़े
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़े
- आमीन पढ़े
- बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़े
- कुरान शरीफ की कोई भी छोटा या बड़ा सुरत मिलाए यानि पढ़े
- रुकू में कम से कम 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े
- समिल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाये फिर खड़े रहते हुए ही रब्बना लकल हम्द कहे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में जाए
- पहले सजदे में 3 या 5 मर्तबा दुसरे सजदे में 3 या 5 मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े
- अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरे रकात के लिए खड़े हो जाए
दूसरी रकात
- पहली रकात की 4 से 12 तक step को करे
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- अल्लाहु अकबर कहते हुए तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाए
तीसरी रकात
- पहली रकात की 4 से 6 तक step को करे
- फिर पहली रकात की 9 से 12 step को follow करे
- सजदे के बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने पंजो पर बैठ जाए
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़े
- दरुदे इब्राहीम पढ़े
- दुआ ए मशुरा पढ़े
- अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।
इस तरह से आपकी तिन रकात मग़रिब की फ़र्ज़ नमाज़ मुकम्मल हो गयी इसके बाद 33 मर्तबा सुबानाल्लाह, 33 मर्तबा अल्हम्दोलिल्लाह और 34 मर्तबा अल्लाह हुअक्बर पढ़कर अल्लाह सुभान ता’अला की बारगाह में दुआ के लिए हाथ उठाए.
आखिरी बाते
दोस्तों मुझे बहुत ख़ुशी होती है की जब कोई इस तरह का पोस्ट को पढ़कर इल्म हासिल करता है अगर आप यहाँ तक पढ़ चुके है तो आपसे गुजारिश है की कमेंट में इंशाअल्लाह जरुर लिखे.
3 Rakat Farz Namaz Padhne ka Tarika से रिलेटेड कोई परेशानी या कोई सुझाव देना चाहते है तो कमेंट जरुर करे.
खुदा हाफिज!!
Insaallah
Inshaallah
Insha Allah ❤️