2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika | 2 रकअत नमाज़ सुन्नत पढ़ने का तरीका

2 Rakat Sunnat Namaz

अस्सलाम अलैकुम आप सभी को, आज की 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika पोस्ट में आपको सिखने को मिलने वाला है की किसी भी नमाज़ में सुन्नत की नमाज़ कैसे पढ़ा जाता है.

सुन्नत हर नमाज़ के वक़्त में पढ़ा जाता है लेकिन सुन्नत की रकत 2 होगा या तो 4 होगा मगर हर नमाज़ के टाइम के अनुसार इसकी नियत बदलती रहती है.

अगर आज इस पोस्ट को इत्मीनान के साथ हमारी बताए गए बातो को शुरू से आखरी तक पढ़ते है तो मै आपको गारंटी देता हूँ की आपको कभी भी सुन्नत की नमाज़ पढने में परेशानी नहीं आएगी.

मेरी आप लोगो से एक गुजारिश है अगर आपके पास कम से कम 10 मिनट है तभी इस पोस्ट को पढ़े या आप इसको बुकमार्क कर ले और जब भी आपको जरुरत पड़े तो डायरेक्ट इस पेज को ओपन करे और पढ़ना शुरू कर दे.

सुन्नत क्या है और क्यों पढ़ते है?

सुन्नत का आम मतलब या अर्थ होता है “तरीका” रसूल अल्लाह सल्लाह अलैहे वसल्लम का कॉल जो आपने कहा, आप का फ़ैल जो आपने किया या आपकी तकरीर जो आपने देखा और खामोश रहे, कॉल फ़ैल और तकरीर उस अमल को कहते है जो रसूल अल्लाह देखकर खामोश रहे वह तकरीर है.

रसूल सल्लाह अलैहे वसल्लम ने जो कहा जो किया जिसको देखकर खामोश रहे आपका अख़लाक़ अमल आदाब इसको ही सुन्नत कहते है.

Sunnat Namaz Padhne ka Tarika

आपने सुन्नत की नमाज़ के बारे में जानकारी ले लिया की सुन्नत क्या है और सुन्नत की फ़ज़ीलत और अहमियत क्या है. अब जानते है सुन्नत नमाज़ पढने का तरीका क्या है? सुन्नत की नमाज़ का तरीका एक ही होता है.

लेकिन नमाज़ के वक़्त के अनुसार सिर्फ नियत और रकात में अंतर हो जाता है. जिसको निचे पूरी डिटेल्स के साथ बताया गया है.

क्या आप 4 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika सीखना चाहते है?

सुन्नत की नमाज़ कितनी रकात होती है (Sunnat Namaz Chart)

सुन्नत की नमाज़ 2 रकात और 4 रकात होती है फजर से ईशा और जुम्मा की नमाज़ सभी में कही 2 रकात होती है तो कही 4 रकात पढ़ी जाती है निचे इमेज में दिखाया गया है.

Sunnat Namaz Chart
Sunnat Namaz Chart

2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika (2 रकात सुन्नत कैसे पढ़े)

सुन्नत की नमाज़ का तरीका एक ही होता है चाहे 2 रकात हो या चार रकात. अगर आप यहाँ तक समझ चुके है तो आप जानते है 2 रकात सुन्नत की नमाज़ का तरीका क्या है.

सबसे पहले अच्छी तरह से वजू करके क़िबला रुख खड़े हो जाये जब अच्छी तरह से खड़े हो जाये तो नियत करे.

2 rakat sunnat ki namaz ka niyat
2 rakat sunnat namaz niyat

इस फोटो में मैंने सिर्फ 2 rakat sunnat namaz niyat को लिखा हूँ क्युकी आज सिर्फ 2 रकात सुन्नत नमाज़ का तरीका सिखाने वाला हूँ.

आप इस फोटो को डाउनलोड करके फ़ोन में सेव कर ले और याद भी कर ले और जब जिस वक़्त की नमाज़ पढ़ने का टाइम होगा उसी वक़्त की नियत करेंगे.

नियत करने के बाद दोनों हाथों को कान के लॉ तक उठाकर हाथ बांध ले

नमाज़ की पहली रकात

  • सबसे पहले नियत करे.
  • फिर सना पढ़े (सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका)
  • फिर दूसरा ताउज पढ़ें यानि (आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम) फिर (बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम) पढ़ें
  • सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़े.
  • कुरान शरीफ की कोई भी छोटा या बड़ा सुरह पढ़े.

रुकू में जाने के बाद कम से कम 3 या 5 या 7 बार सुब्हान रब्बिल अजीम पढ़े.

फिर खड़े होते हुए बोले समी अल्लाह हुलेमन हमीदा और फिर रब्बना लकल हम्द कहेंगे. जब अच्छी तरह से खड़े हो जायेंगे तो अल्लाह हुअक्बर कहते हुए सजदे में चले जाए.

यहाँ पर आपको दो सजदा करना होता है दोनों सजदे के दरमियान कम से कम 3 या 5 या 7 बार सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े फिर दुसरे रकात के लिए अल्लाहु अकबर कहते हुए खड़े हो जाये.

नमाज़ की दूसरी रकात

दूसरी रकात में आपको ना तो नियत करना है और नहीं सना और ताउज पढ़ना है आप सिर्फ सुरह फातिहा (अलहम्दो लिल्लाहे) पढ़े फिर कुरान की कोई भी छोटा या बड़ा सुरह पढ़े.

फिर पहले की तरह रुकू में जाने के बाद कम से कम 3 या 5 या 7 बार सुब्हान रब्बिल अजीम पढ़े.

फिर खड़े होते हुए बोले समी अल्लाह हुलेमन हमीदा और फिर रब्बना लकल हम्द कहेंगे. जब अच्छी तरह से खड़े हो जायेंगे तो अल्लाह हुअक्बर कहते हुए सजदे में चले जाए.

यहाँ पर आपको दो सजदा करना होता है दोनों सजदे के दरमियान कम से कम 3 या 5 या 7 बार सुब्हान रब्बि यल आला पढ़े.

दोनों सजदे करने के बाद अपने पंजो पर बैठ जाए जैसे नमाज़ में बैठा जाता है.

सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुए अपने शहादत के ऊँगली को उठायें।

अत्तहिय्यतो लिल्लाहि वस्सलवातो , वत्तैय्याबातो, अस्सलामो अलैका अइय्योहन्नबियो, वरहमतुल्लाहि व बराकातहु. अस्सलामो अलैना व आला ईबादिस्सालेहींन, अश्हदु अल्ला इलाह इल्ललाहु व अश्हदु अन्ना मुहम्मदन अब्दुह व रसूलुहु.

Note – जब आप अश्हदु अल्ला इलाह इल्लल्लाहु पढें तो साथ में शहादत की उंगली को ऊपर सीधा सामने की तरफ इशारा करते हुए उठायें; यह जरूरी है।

उसके बाद एक मर्तबा दरूदे इब्राहिम और एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें।

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें।

इस तरह से आपकी दो रकात सुन्नत की नमाज़ मुकम्मल हो गयी इसके बाद 33 मर्तबा सुबानाल्लाह, 33 मर्तबा अल्हम्दोलिल्लाह और 34 मर्तबा अल्लाह हुअक्बर पढ़कर अल्लाह सुभान ता’अला की बारगाह में दुआ के लिए हाथ उठाए.

इस तरह से पढने से आपकी 2 Rakat Sunnat ki Namaz हो जाएगी.

Fajar ki 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika

Fajar Ki Namaz ऊपर जो तरीका बताया गया है उसी तरीके को follow करते हूँ फजर की 2 रकत सुन्नत की नमाज़ मुकम्मल करेंगे. आपको सिर्फ नियत में बदलाव करना होगा तरीका सभी same to same रहेगा.

नियत की मैंने दो रकात फज़र की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर

Zohar ki 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika

नियत की मैंने दो रकात नमाज़ ज़ोहर की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर

Maghrib ki 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika

नियत की मैंने दो रकात नमाज़ मगरिब की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर

Isha ki 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika

नियत की मैंने दो रकात नमाज़ ईशा की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर

नियत करने के बाद सना, सुरह फातिहा, सूरत, रुकू, सजदा, अत्तःहियात, दरुदे इब्राहीम, दुआए मशुरा फिर सलाम फेर दे इस तरह से आपकी नमाज़ हो जाएगी.

लेकिन आपको पूरी डिटेल्स में पढ़ना है आपको Isha ki Namaz ka Tarika वाला पोस्ट को पढ़ना चाहिए.

Jumma ki 2 Rakat Sunnat Namaz ka Tarika

नियत की मैंने दो रकात नमाज़ जुम्मा की सुन्नत वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर

2 Rakat Sunnat Namaz FAQs

सुन्नत कैसे पढ़ी जाती है?

हमारे नबी मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लाहू अलैहे वसल्लम ने जिस तरह से सुन्नत की नमाज़ पढ़ा उसी तरह से हम लोगो को भी सुन्नत पढने का हुक्म है.

सुन्नत में क्या पढ़ते हैं?

सुन्नत में सबसे पहले नियत करते है उसके बाद सना, सुरह फातिहा और कुरान शरीफ की छोटी सुरह पढ़ते है इसी तरह रुकू, सजदा, अत्तःयिय्यत, दरुदे इब्राहीम, दुआ मशुरा फिर सलाम फेरते है इसके अलावा बहुत कुछ पढ़ते है जो ऊपर विस्तार से बताया है.

Namaz ki Sunnat Kitni Hai

हर नमाज़ में 2 या 4 रकात सुन्नत की नमाज़ तो होती ही है जिसमे फजर में 2 रकात, जोहर में 6 रकात, असर में 4 रकात, मग़रिब में 2 रकात और ईशा में 6 रकात पढ़ते है.

क्या फ़र्ज़ पढ़ने के बाद सुन्नत पढ़ना जरुरी है?

फजर की नमाज़ के बाद सुन्नत पढ़ सकते है लेकिन वही सुन्नत पढ़ सकते है जो फजर की फ़र्ज़ से पहली की 2 रकात सुन्नत पढ़ नहीं सके या टाइम की कमी की वजह से नहीं पढ़ पाए.

सुन्नत की नमाज़ घर पर पढ़े या मस्जिद के अंदर?

घर हो या मस्जिद हो दोनों जगह सुन्नत की नमाज़ पढ़ना जाईज़ है अगर मुमकिन हो तो फ़र्ज़ से पहले वाला सुन्नत घर से पढ़ कर निकले और फ़र्ज़ की नमाज़ मस्जिद में इमाम के पीछे पढ़े.

अंतिम बाते

मुझे उम्मीद है की आपको 2 Rakat Sunnat ki Namaz ka Tarika पढने में कोई भी परेशानी नहीं आएगी अगर आती है तो निचे कमेंट जरुरी करे.

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खुदा हाफिज

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